अंशु सिंह। पहले श्रीदेवी और फिर वयोवृद्ध अभिनेत्री शम्मी के चले जाने का गम अमिताभ बच्चन को सता रहा है। वे खुद को अकेला महसूस कर रहे हैं। पहले बिग बी ने ट्विटर पर लिखा, घबराहट हो रही है और फिर शम्मी आंटी की मौत के बाद लिखा, धीरे-धीरे सभी जा रहे हैं…
25 फरवरी, रविवार को अहले सुबह श्रीदेवी की दुबई में अचानक मौत की खबर ने सभी को सन्न कर दिया। लेकिन इसके ठीक एक दिन पहले आधी रात को मुंबई में अमिताभ बच्चन ने हिन्दी में ट्विट किया, न जाने क्यों एक अजीब-सी घबराहट हो रही है…बिग बी के प्रशंसकों को शंका हुई कि शायद उनकी तबीयत फिर से खराब हो रही है? जबकि अमिताभ को शायद किसी अनहोनी को पूर्वाभास हो रहा था। आखिरकार वह सच भी साबित हुआ।
दरअसल, श्रीदेवी ने इंकलाब, आखिरी रास्ता, खुदा गवाह जैसी फिल्मों में उनके साथ स्क्रीन शेयर की थी। एक लंबे अर्से के बाद जब फिल्म इंग्लिश-विंग्लिश के जरिये दोबारा पर्दे पर लौटीं, तो उसमें बिग बी ने एक छोटा-सा रोल निभाया था। यही वजह थी कि अमिताभ को अपने करीबी सह-कलाकार को इस तरह खोने का गहरा धक्का लगा था।
दर्द और अस्पताल के चक्कर
बॉलीवुड के शहंशाह खुद कई प्रकार की बीमारियों से संघर्ष कर रहे हैं। फरवरी महीने में ही उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वैसे, तो इसे सामान्य चेक अप बताया गया। लेकिन कुछ समय पहले भी वे कंधे में दर्द की शिकायत को लेकर अस्पताल पहुंचे थे। टीवी के प्रसिद्ध शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ को भी तय समय से पहले इसलिए बंद किया गया था, क्योंकि अमिताभ की तबीयत ठीक नहीं रह रही थी। काम का अत्यधिक बोझ, उनके शरीर पर भारी पड़ रहा था। हालांकि, जब वे लीलावती अस्पताल से निकले, तो अपने ब्लॉग पर एक लंबी कविता लिखी…
जी हां, जनाब मैं अस्पताल जाता हूं
बचपन से ही इस प्रतिकिया को जीवित रखता हूं, वहीं तो हुई थी मेरी प्रथम पैदाइश चीत कार वहीं तो हुआ था, अविरल जीवन का मेरा स्वीकार इस पवित्र स्थल का अभिनंदन करता हूं मैं बनी रहे ये प्रतिक्रिया अनंत जन जात को ना देखें ये कभी अस्वस्थता के चंडाल को
बीमारियों से जूझते बिग बी
1982 में फिल्म कुली की शूटिंग के दौरान अमिताभ को गंभीर चोट लगी थी। डॉक्टरों के अलावा परिवार, दोस्तों एवं लाखों फैंस की प्रार्थना से उन्हें दोबारा जीवनदान मिला। यह बात किसी से छिपी नहीं है। अब से तीन साल पहले यानी 2015 में अमिताभ बच्चन ने मीडिया के सामने खुलासा किया कि उनका लीवर सिर्फ 25 प्रतिशत ही काम कर रहा है। शेष 75 प्रतिशत हिस्सा हेपेटाइटिस-बी वायरस की भेंट चढ़ गया। उन्होंने बताया कि कैसे कुली की दुर्घटना के बाद करीब 200 डोनर्स के 60 बोतल ब्लड को उनके शरीर में इंजेक्ट किया गया। इनमें से किसी एक डोनर से उन्हें हेपेटाइटिस बी का संक्रमण हुआ। वर्ष 2000 तक कुछ पता नहीं चला। लेकिन फिर एक मेडिकल चेकअप के दौरान डॉक्टरों ने इसकी सूचना दी। अमिताभ इससे पहले मायसथेनिया ग्रेविस (न्यूरोमस्कुलर बीमारी), डाइवर्टिक्यूलिटिस (आंत की बीमारी), लीवर सिरोसिस, टीबी जैसी बीमारियों को अपनी मजबूत जीजिविषा से जीत चुके हैं।
भावुक हो जाता है मन
एक कहावत है, मन चंगा, तो सब चंगा। अमिताभ बच्चन ने जिस फौलादी इच्छाशक्ति से खुद को खड़ा कर रखा है। उम्र की सीमाओं को लांघते हुए, छोटे व बड़े पर्दे पर विविध भूमिकाओं के जरिये युवा पीढ़ी को रश्क करने को विवश किया है, वह कोई पुरोधा सरीखा व्यक्ति ही कर सकता है। बावजूद इसके, उनका कोमल मन एवं संवेदनशील हृदय, गाहे-बगाहे घबराने लगता है। वे भावुक हो उठते हैं। लेकिन दिल में रखने की बजाय सोशल प्लेटफॉर्म पर अपनी भावनाओं को साझा करते हैं।
शम्मी (आंटी) के जाने के बाद उन्हें लगने लगा है कि सब छूटते जा रहे हैं बारी-बारी। बीते वर्ष दिसंबर महीने में ही उन्होंने फिल्म दीवार के अपने साथी कलाकार शशि कपूर को खोया था, जो अमिताभ को प्यार से बबुआ कहते थे। बिग बी स्वीकार करते हैं कि उन्होंने शशि कपूर के हेयरस्टाइल से लेकर उनके इंट्रोडक्शन देने के स्टाइल को कॉपी करने की कोशिश की। वे उनसे मिले स्नेह को याद करते नहीं थकते हैं।
प्यार को मानते अहम
2017 में जब बहू ऐश्वर्या राय के पिता कृष्णाराज राय की कैंसर से मौत हुई, तो अमिताभ ने लिखा, मौत की कोई शाब्दिक परिभाषा नहीं होती। यह सिर्फ एक अंत है। वे अक्सर सोशल मीडिया पर प्यार के महत्व को समझाते रहते हैं। पोलियो, टीबी, हेपेटाइटिस-बी, डाइबिटीज जैसे कई स्वास्थ्य अभियानों से जुड़े बिग बी मानते हैं कि समय रहते अगर बीमारी का पता लग जाए और उसका इलाज हो सके, तो इंसान रोगों को आसानी से मात दे सकता है।
उन्हें भारत के डॉक्टरों पर भी काफी भरोसा है। वे इलाज के लिए कभी विदेश नहीं जाते हैं। श्रीदेवी के निधन के बाद अमिताभ बच्चन ने फिलहाल अपनी आगामी फिल्म 100 नॉट आउट की शूटिंग से ब्रेक ले लिया है। लेकिन, उम्मीद की जानी चाहिए कि वे अपनी पारी खेलने के लिए जल्द ही लौटेंगे।