सैक्टर-91 में बीते दिनों गोलियों का शिकार हुए पंजाबी गायक परमीश वर्मा को अस्पताल से इलाज उपरांत डिस्चार्ज कर दिया गया है। मंगलवार की मध्यरात्रि बड़े ही गुपचुप ढंग से पुलिस के कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच उसे अस्पताल से बाहर निकाला गया। प्राप्त जानकारी मुताबिक पुलिस द्वारा परमीश को बाहर निकालने से पहले रात को अस्पताल के बाहर वाली सड़क को दोनों ओर से सील कर दिया गया था। कुछ समय के लिए यातायात रोक दी गई। इसी दौरान पुलिस की गाड़ी अस्पताल से बाहर निकलती है और पीछे पीछे लाइन में फोर्टिस अस्पताल की एंबुलैंसिस निकलती हैं। पुलिस की गाड़ी दोनों एंबुलैसों को एस्कार्ट करते हुए पुलिस स्टेशन फेज-8 के आगे से निकलने वाली सड़क से निकाली गई। भले ही पुलिस ने कानों कान किसी को खबर नहीं होने दी लेकिन पता चला है कि परमीश को उसके घर भेज दिया गया है और पुलिस द्वारा उसकी सिकियोरिटी बढ़ा दी गई है।
दिलप्रीत की फेसबुक आई.डी. यूज कर रहे 3 युवक हिरासत में
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक परमीश वर्मा पर जानलेवा हमला करने की फेसबुक पर जिम्मेवारी लेने वाला दिलप्रीत सिंह ढाहां खुद फेसबुक अप्रेट नहीं कर रहा था। उसकी फेसबुक पर अपलोड करने वाले तीन युवकों को पुलिस ने राऊंडअप किया है। पुलिस को इन युवकों से अहम खुलासे होने की संभावना है।
पुलिस ने शहर में रात को बढ़ाई चैकिंग
गायक परमीश वर्मा पर सैक्टर 91 में सरेआम गोलीबारी करके घायल किए जाने के बाद पुलिस द्वारा शहर में रात के समय भी पुलिस गश्त तेज कर दी गई है और रात को गुजरने वाले वाहनों को रोक कर चैकिंग की जा रही है। थानों के एस.एच.ओज. खुद नाकों की कमान संभाल रहे हैं। शहर में आने जाने वाले वाहनों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। फेज-11 के थाने के एस.एच.ओ. गुरप्रीत सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा पूरी सख्ती बरती जा रही है और शहर में किसी भी अज्ञात व्यक्ति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
एक और वीडियो हुई वायरल
फेसबुक पर एक और वीडियो वायरल हो रही है। इस वीडियो में बोलने वाला व्यक्ति भले ही सामने नहीं आ रहा है लेकिन उसने वीडियो में रिकार्ड की अपनी आवाज में कहा कि परमीश वर्मा पर हुए हमले के बारे में परमीश को खुद ही मीडिया के आगे आकर बताना चाहिए। उस व्यक्ति ने यह भी कहा कि परमीश वर्मा तथा दिलप्रीत सिंह ढाहां के बीच वर्ष 2013 में गहरे संबंध थे। परमीश ने दिलप्रीत से कोई काम करवाया था जिस के बदले में उसे पूरे पैसे नहीं दिए गए। परमीश द्वारा इस मामले संबंधी सही जानकारी लोगों को न देने से फेसबुक पर जहां युवकों में हिन्दु सिख का विवाद बढ़ रहा है वहीं कुछेक युवक इस मामले को लेकर आपस में लडऩे झगडऩे तक तैयार हो रहे हैं। उस व्यक्ति ने कहा कि परमीश द्वारा फेसबुक पर लिखा गया था कि ‘किसी की भी मां न रोये’। इस लिए अगर परमीश वर्मा चाहता कि किसी की भी मां न रोये तो उसे चाहिए कि वह इस पूरे मामले को मीडिया के माध्यम से लोगों को बताए।