खुद को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का पीए बताने वाले परमिंदर सिंह तूर की ठगी का शिकार हुए
खुद को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी का पीए बताने वाले परमिंदर सिंह तूर की ठगी का शिकार हुए कई लोग अब सामने आने लगे हैं। रविवार को जीरकपुर थाने में इस संबंध में एक और मामला दर्ज किया गया।
आरोप है कि तूर ने जीरकपुर निवासी एक व्यक्ति को गैस एजेंसी का लाइसेंस दिलवाने की एवज में 35 लाख रुपये लिए थे। एसएसपी कुलदीप सिंह चहल ने आरोपी पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज होने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि आरोपी को प्रोडक्शन वारंट पर लाया जाएगा। इसके बाद ठगी के पूरे मामले का खुलासा किया जा सकेगा। जानकारी के अनुसार, जीरकपुर निवासी बलवंत सिंह ने गैस एजेंसी खोलने की योजना बनाई थी। इस बीच उनकी मुलाकात आरोपी परमिंदर सिंह तूर से हुई।
आरोपी हमेशा मिलने के लिए होटल में ही बुलाता था। बलवंत ने बताया कि तूर ने विभाग और सरकार में अच्छे लिंक होने की बात कहकर तुरंत लाइसेंस दिलवाने का झांसा दिया था। बलवंत के मुताबिक, आरोपी का रहन-सहन और बातचीत के तौर तरीके को देखकर कभी उस पर संदेह नहीं हुआ। इतना ही नहीं कई बार उच्चाधिकारियों को फोन लगाकर फाइलों का स्टेटस भी पता करता था। उसके साथ रहने वाले सभी लोग भी बड़े राजनीतिज्ञों की तरह व्यवहार करते थे।
बाकायदा आरोपी एप्वाइंटमेंट के बाद तय समय पर ही किसी से मिला करता था और खुद को ज्यादा व्यस्त दिखाया करता था। जिक्रयोग है कि तूर को जीरकपुर पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आरोपी से दिल्ली नंबर की रेंज रोवर कार, लाल बत्ती और तिरंगा लगी पायलेट गाड़ी और तीन पिस्टल, कारतूस और दो वाकी टॉकी समेत चार लाख रुपये नगद बरामद किए थे। आरोपी पर पंजाब में धोखाधड़ी के पहले भी कई मामले दर्ज हैं। बता दें कि आरोपी आल इंडिया राहुल गांधी ब्रिगेड कांग्रेस का राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष भी है।