ट्रैफिक की समस्या से जूझ रहे सिटी ब्यूटीफुल के लिए आखिरकार यूटी प्रशासन ने एक अहम फैसला किया है। प्रशासन ने ट्रिब्यून चौक से चंडीगढ़ एंट्री प्वाइंट तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का फैसला किया था।
इसे सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय की ओर से अनुमति मिल गई है। बता दें एनएचएआई की ओर से ट्रिब्यून चौक पर क्लोवरलीफ फ्लाईओवर के निर्माण को लेकर पहले ही मंजूरी दी जा चुकी है। इसके लिए कंसल्टेंट भी फाइनल किया जा चुका है। मुंबई की स्टूप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को ट्रिब्यून चौक पर क्लोवरलीफ फ्लाईओवर के निर्माण के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए तीन महीने का समय दिया गया है।
प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो ट्रिब्यून चौक पर क्लोवरलीफ फ्लाईओवर के निर्माण के पूरे होने के बाद दूसरे फेज में इस एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा। यह चंडीगढ़ एंट्री प्वाइंट तक जाएगा। प्रशासन के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक इस पर 500 करोड़ रुपये तक खर्च हो सकता है। मुंबई की स्टूप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी ही इस एलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर खाका तैयार करेगी। साथ ही एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण को लेकर एक रिपोर्ट देगी।
6 से 7 किलोमीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर तैयार किया जाएगा
ट्रैफिक की बढ़ती समस्या को हल करने के लिए यूटी प्रशासन नेे ट्रिब्यून चौक से जीरक पुर के बीच एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का फैसला किया है। ट्रिब्यून चौक से जीरकपुर व चंडीगढ़ एंट्रेंस बार्डर तक करीब 6 से 7 किलोमीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर तैयार किया जाएगा।
एलिवेटेड कॉरिडोर बनने से मोहाली, पंचकूला और शिमला की ओर जाने वाले ट्रैफिक को शहर में प्रवेश करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। एलिवेटेड कॉरिडोर तैयार होने के बाद शहर के बाहर से आने वाले ट्रैफिक बाहर से ही नेशनल हाइवे पर डायवर्ट कर दिया जाएगा। वहीं, सिटी की ट्रैफिक को एलिवेटेड कॉरिडोर के नीचे से शहर में एंट्री दी जाएगी। इससे ट्रैफिक जाम से होने वाली समस्या से लोगों को छुटकारा मिलेगा।
दो से तीन साल लग सकते हैं प्रोजेक्ट पर
प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो वर्ष 2017 में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में नॉर्थ जोन काउंसिल की मीटिंग में इस मुद्दे पर सहमति बनाई गई थी। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों की मानें तो ट्रिब्यून चौक पर क्लोवरलीफ फ्लाईओवर बनने के बाद ही इस प्रोजेक्ट पर दो से तीन साल लग सकते हैं। नॉर्थ जोन काउंसिल की मीटिंग में ट्रिब्यून चौक से जीरकपुर एंट्रेंस के बीच एलिवेटेड कॉरिडोर तैयार करने के प्रोजेक्ट पर पंजाब व हरियाणा ने भी सहमति जताई है।
लुधियाना रेलवे लाइन प्रोजेक्ट में बन सकती है रोड़ा
एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण पर चीफ इंजीनियर मुकेश आनंद ने बताया कि मुंबई की स्टूप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को एलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर रिपोर्ट तैयार करने के लिए कहा गया है। चंडीगढ़ से लुधियाना के लिए जो रेलवे लाइन इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 व 2 के पीछे से होते हुए रामदरबार की ओर से होते हुए जा रही है, यह रेलवे लाइन एलिवेटेड कॉरिडोर में कहीं न कहीं अड़चन पैदा कर सकता है। अधिकारियों का कहना है कि अगर ट्रिब्यून चौक से चंडीगढ़ एंट्री प्वाइंट के बीच एक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाना हो तो, इंडस्ट्रियल एरिया फेज-1 व 2 के मेन रोड के ऊपर से रेलवे ओवरब्र्रिज इस प्रोजेक्ट में रुकावट पैदा कर सकता है। इसे लेकर कंसल्टेंट को विकल्प तलाशने को कहा है।