सिटी में महिलाओं के लिए हेलमेट पहनना जरूरी हो चुका है। इस आदेश के एक दिन बाद ही हेलमेट की दुकानों पर महिलाएं हेलमेट खरीदने के लिए पहुंच रही हैं। सिटी के कई सेक्टरों में हेलमेट की दुकानों पर पूरा दिन महिलाओं द्वारा हेलमेट खरीरदने का सिलसिला जारी रहा। महिलाएं अपने पसंद का रंग देखकर हेलमेट की खरीदारी कर रही हैं। महिलाओं से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि प्रशासन के इस कदम का वह स्वागत करती हैं। इसे पहनने में ही हमारी सुरक्षा है।
बता दें कि दोपहिया वाहन चालक और उसके पीछे बैठ सफर करने वाली महिला के लिए हेलमेट पहनना जरूरी कर दिया है। प्रशासन ने शुक्रवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इसके लिए ट्रैफिक पुलिस की ओर से महिलाओं को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके बाद हेलमेट न पहनने पर चालान किया जाएगा।
प्रशासन की ओर अधिसूचना जारी होने के बाद शहर में हेलमेट के बाजार में भी सरगर्मियां बढ़नी शुरू हो गई हैं। हेलमेट बेचने वाली दुकानों पर भीड़ जुटनी शुरू हो गई है। इनमें बड़ी और छोटी दुकानों का कारोबार भी बढ़ा और सेल में भी इजाफा हो रहा है। सेक्टर-21 सी के स्कूटर सेंटर के मालिक अजय कुमार ने बताया कि पिछले दो दिनों से एकदम हेलमेट खरीदने वालों की डिमांड बढ़ गई है। हमने कल ही एक ट्रैक हेलमेट मंगवाया है जोकि आज शाम तक बिक जाने की पूरी उम्मीद है।
हमारे यहां तीन तरह की राशि वाले हेलमेट हैं। इनमें 825 रुपये का सबसे सस्ता, इसके बाद 1000 रुपये और सबसे महंगा 1420 रुपये का हेलमेट है। यह सभी हेलमेट कंपनी के हैं और पूरी तरह से सुरक्षित हैं। वहीं मेन मार्केट के बाहर सड़क पर हेलमेट बेचने वाले पप्पू ने बताया कि वह पिछले 20 साल से यहां पर हेलमेट बेच रहे हैं। एकदम से महिलाओं की हेलमेट खरीदने में रुचि पहली बार देखने को मिली हैं। सुबह से अभी तक 20 से अधिक हेलमेट बेच चुका हूं। मेरे यहां पर 350 रुपये से लेकर 450 रुपये तक हेलमेट हैं।
हेलमेट खरीदते वक्त इन बातों का रखें ध्यान
सिटी में एक लाख के करीब ऐसी महिलाएं हैं जोकि दोपहिया वाहन का इस्तेमाल कर रही हैं। इनमें कामकाजी महिलाएं, ऑफिस में काम करने वाली और स्टूडेंट भी शामिल हैं। इनमें से कई वाहनों के पीछे बैठ सफर करती हैं। महिलाएं आईएसआई मार्क वाला हेलमेट ही लें।
खरीदने से पहले पहन कर फिटिंग की जांच करें। इसके बाद हेलमेट की बेल्ट लगाकर यह सुनिश्चित करें कि यह चलाते वक्त खुल तो नहीं जाएगी। इसके बाद ही खरीदें। लेकिन इस दौरान यह बात ध्यान देने की जरूरत है कि महिलाएं किस तरह का हेलमेट खरीदें। उन्हें इसकी खरीददारी करते हुए इन चीजों का खास ध्यान रखना चाहिए।
हमारी सुरक्षा खुद हमारे ही हाथों में है। प्रशासन का यह एक बेहतर कदम है। अखबाराें केजरिए मुझे पता लगा और आज सुबह सबसे पहले हेलमेट लेने का मन बनाया।- ममता, घरेलू महिला
हम दोनों बहन रोजाना ही एक वाहन पर आती जाती हैं। हेलमेट पहनना जरूरी हो गया और हम किसी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहतीं।
– सपना और इशिता