चंडीगढ़ को बदसूरत बनाते चुनावी पोस्टर, निगम व प्रशासन की चुप्पी
छात्र संगठनों के चुनाव सिटी ब्यूटीफुल की खूबसूरती पर ग्रहण लगा रहा है। शहर के बस स्टैंड, मार्केट, गली, पुल की दीवार, कॉलेज कैंटीन और सार्वजनिक स्थानों को पोस्टरों से पाट दिया हैं। हैरानी की बात है कि इसके बावजूद नगर निगम कमिश्नर बी पुरूषार्था की जानकारी में एक भी स्थान नहीं है। पिछले साल निगम की तरफ से ऐसे संगठनों पर कार्रवाई करते हुए लाखों रुपये का जुर्माना भी लगाया गया था। हालांकि, इस बार अब तक निगम की ओर से किसी तरह की कार्रवाई सामने नहीं आई है।
इस संबंध में पूछे जाने पर डीसी अजीत बालाजी जोशी ने कहा कि डिफेसमेंट एक्ट लागू कर दिया गया है। इसकी जांच करवाकर जल्द से जल्द कार्रवाई करवाने के आदेश जारी किए जा रहे है। वहीं, इसके बारे में नगर निगम कमिश्नर बी-पुरूषार्था से भी सवाल किया गया। उन्होंने जवाब दिया कि शहर में पोस्टर चिपकाने वालों के खिलाफ केस दर्ज करवाया जाएगा। जबकि, यूटी पुलिस अधिकारियों को कहना है कि डिफेसमेंट एक्ट के तहत आने वाली शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है। इससे पहले सेक्टर-11, सेक्टर-34, सेक्टर-49 थाना सहित थाना पुलिस कार्रवाई कर चुकी है।
वर्ष 2016 में सार्वजनिक स्थानों पर रातों रात पोस्टर चिपकाने के मामलों को चंडीगढ़ के पूर्व एडवाइजर विजय कुमार देव ने खुद संज्ञान लिया था। जिसके बाद उन्होंने डीसी, निगम कमिश्नर व एसएसपी को निर्देश दिए थे कि दीवारों पर लगे पोस्टर हटवाएं व चिपकाने वालों पर कार्रवाई करें।