अगर आप चंडीगढ़ में अपने सपनों का आशियाना खरीदने का प्लान है तो ये गुड न्यूज पढ़ लें और अभी से तैयारियों में जुट जाएं, सुनहरा मौका है। सेक्टर-63 के हाउसिंग प्रोजेक्ट में अलाटी से फ्लैट खरीदना अब सस्ता हो जाएगा। वहीं जिन लोगों ने अलाटियों से मकान तो खरीद लिया है, लेकिन महंगी फीस के कारण अभी तक अपने नाम पर फ्लैट ट्रांसफर नहीं करवाया है, उन्हें भी राहत मिलेगी। सीएचबी बोर्ड की गवर्निंग बॉडी की बैठक मंगलवार को हुई। इसमें सैद्धांतिक तौर पर निर्णय लिया गया कि सेक्टर-63 के फ्लैट्स की ट्रांसफर फीस को सर्किल रेट के हिसाब से चार्ज किया जाए।
वर्तमान में प्रशासन की ओर से सर्किल (कलेक्टर) रेट के पांच प्रतिशत के हिसाब से रजिस्ट्री की जाती है। वहीं हाउसिंग बोर्ड की ओर से फ्लैट की अलाटमेंट रेट का 15 प्रतिशत चार्ज के साथ ट्रांसफर किया जाता है, जो कि काफी महंगा है। सीएचबी बोर्ड के मनोनीत निदेशक प्रेम कौशिक और तरसेम गर्ग ने बताया कि सैद्धांतिक तौर पर कलेक्टर रेट के हिसाब से सेक्टर-63 के फ्लैट्स की ट्रांसफर फीस कम करने का फैसला लिया गया है, अब हाउसिंग बोर्ड को इसके लिए कलेक्टर रेट तय करने होंगे। मालूम हो कि इस समय शहर में प्रत्येक सेक्टर के अलग-अलग कलेक्टर रेट हैं।
दूसरी ओर सेक्टर-63 के हाउसिंग फ्लैट्स वालों से लाकिंग पीरियड की शर्त हटाने के लिए बोर्ड अलग से एक लाख रुपये चार्ज करता है। खास बात यह है कि 40 प्रतिशत से ज्यादा फ्लैट सेक्टर-63 में अलाटियों की ओर से बेचे जा चुके हैं। यहां पर वन से लेकर थ्री बेडरूम तक के कुल 2108 फ्लैट्स हैं। बोर्ड ने ईडब्ल्यूएस वाले फ्लैट छह लाख, वन बेडरूम वाले फ्लैट 17, टू बेडरूम 30 और थ्री बैडरूम वाले फ्लैट 40 लाख रुपये में बेचे हैं। ऐसे में टू बेडरूम फ्लैट के लिए ट्रांसफर फीस साढ़े चार लाख और थ्री बेडरूम फ्लैट के लिए 6 लाख रुपये चुकानी पड़ रही है, लेकिन मंगलवार को हुई बैठक में हुए फैसले के बाद अब इनकी ट्रांसफर फीस तीन गुना कम हो जाएगी।
लिफ्ट की सुविधा के लिए मिलेंगे जेनसेट
सेक्टर-63 के फ्लैट्स धारकों की लिफ्ट अब बिजली चले जाने पर बंद नहीं होगी। बोर्ड की बैठक में यहां पर जेनसेट लगाने का प्रस्ताव पास किया गया। बोर्ड के सदस्यों के अनुसार हर दो ब्लाक की लिफ्ट के लिए एक जेनसेट लगाया जाएगा।