पंजाब के ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री गुरप्रीत सिंह कांगड़ ने बताया कि वर्ष 1994 से 1995 के बीच राज्य में स्थापित 1.75 लाख बायो गैस संयंत्रों के कारण लाखों पेड़ों को कटने से बचा पाना संभव हो पाया है। कांगड़ ने कल यहां बताया, ‘‘ वर्ष 1994-95 के बाद से पंजाब की ऊर्जा विकास एजेंसी ने 1,75,000 बायो गैस संयंत्र स्थापित किए हैं जो सफलतपूर्वक चल रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इन बायो गैस संयंत्रों का इस्तेमाल करने से 2,100 टन लकड़ी बचा पाए हैं और इस तरह लाखों पेड़ों को कटने से बचा लिया गया। आमतौर पर लकड़ी का इस्तेमाल ईंधन के लिए किया जाता है।’’
मंत्री ने बताया कि अधिकतर ग्रामीण और अद्र्ध शहरी घरों को राष्ट्रीय बायोगैस एवं उर्वरक प्रबंधन कार्यक्रम के दायरे में लाया गया है ताकि महिलाओं को चूल्हे से निकलने वाले हानिकारिक धुएं से बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजना को पंजाब में अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।