पिछले कई महीनों से फिल्म पद्मावत को लेकर हो रहा विरोध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बात यहां तक पहुंच चुकी है कि करणी सेना ने सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष प्रसून जोशी को भी राजस्थान न आने की चेतावनी दे दी है। बता दें कि प्रसून को जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में 28 जनवरी को शामिल होना है…
सीबीएफसी चीफ प्रसून जोशी के फिल्म पद्मावत को हरी झंडी दिए जाने से राजपूत करणी सेना नाराज है। ऐसे में वे जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के सत्र ‘मैं और वो: कंवर्सेशन विद मायसेल्फ’ करणी सेना ने चेतावनी दी है कि यदि वे राजस्थान आए तो सोच समझकर आएं। इस धमकी के बाद जोशी को राजस्थान सरकार ने विशेष सुरक्षा देने की बात कही है।
राजस्थान के गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने भी प्रसून जोशी को लेकर ये आश्वासन दिया है कि हम जो भी जरूरी सुरक्षा होगी, प्रसून जोशी को देंगे। ये हमारा दायित्व है कि हम कानून व्यवस्था बनाने के लिए उन्हें प्रोटेक्शन दें। बता दें कि फिल्म को लेकर हो रहे विरोध की आग गुजरात में भी फैल चुकी है। विरोध के चलते अहमदाबाद शहर के एक मल्टीप्लेक्स में जमकर तोड़फोड़ और मेहसाणा जिले में बसों में आग लगा दी गई है।
इतना ही नहीं गुजरात का मल्टीप्लेक्स ऐसोसिएशन ने फ़िल्म पद्मावत को ना दिखाने का फैसला भी ले चुका है। ऐसे में सवाल उठता है कि अब विरोध किस बात को लेकर उठ रहा है। बता दें कि बता दें सुप्रीम कोर्ट के फिल्म को देशभर में रिलीज करने के फैसले के बावजूद गुजरात के मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ने राज्य में कहीं भी पद्मावत की स्क्रीनिंग नहीं करने का फैसला लिया है।
वहीं, गुजरात मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन के राकेश पटेल ने एएनआई से कहा, ‘हमने गुजरात में कहीं भी फिल्म की स्क्रीनिंग नहीं करने का फैसला लिया है. हर कोई डरा हुआ है।मल्टीप्लेक्स नुकसान से नहीं उठाना चाहते हैं। आखिर हम नुकसान उठाए ही क्यों।’