Girl Latter Police

पुलिस मेरे कपड़े उतार कर मुझे करंट लगाती थी और एसपी-डीएसपी बार-बार देखने आते थे

जज भर्ती के मामले में गिरफ्तार हुई 19 साल की आयूषी गोदारा ने जेल से चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया को लेटर लिखा है। लेटर में आयूषी ने अपने साथ जेल में हुए बुरे बर्ताव की कहानी बयां की है। आयूषी ने लेटर में लिखा है कि उसे पुलिस ने काफी ज्यादा टॉर्चर किया। रिमांड के दौरान उसे खूब मारा गया और उसके कपड़े उतरवाकर उसे बेइज्जत भी किया गया। आयूषी के इस लेटर को उनके वकील ने कोर्ट में प्लेस ऑन रिकॉर्ड भी कर दिया है।

पुलिस पर गंभीर आरोप, कहा- जबरदस्ती बयान लिए

– आयूषी ने लेटर में पुलिस अफसरों के खिलाफ कई संगीन आरोप लगाए हैं। आयूषी ने लिखा है कि पुलिस ने उसके जबरदस्ती बयान लिए। पुलिस ने उसके कपड़े उतारे और उसे करंट लगाया। इतना ही नहीं जब उसके कपड़े उतार रखे थे तब एसपी और डीएसपी 2-3 बार उसे देखने आए थे। आयूषी ने सुसाइड की भी धमकी दी है।

– आयूषी ने ये भी लिखा है कि मुझे हरियाणा जज पेपर लीक मामले में पुलिस ने जानबूझकर फंसाया है। कहा कि मैं 12वीं (मेडिकल) की स्टूडेंट हूं और 12 सितंबर, 2016 को चंडीगढ़ में आईलेट्स की कोचिंग लेने आई थी।

– डेंटल कोर्स के लिए विदेश में जाने की प्लानिंग कर रही थी। मैंने वहां एडमिशन के लिए एक इंस्टीट्यूट में कोर्स करने के लिए फीस भी जमा करवा रखी थी।

आखिर में लिखा कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मेरी मौत का जिम्मेदार देश का कानून होगा

– मेरी बदकिस्मती थी कि मैं मंदिर में रहने लगी। वहां मेरी पहचान एक सुनीता नाम की महिला से हुई। वह मेरे साथ वाले रूम में रहती थी। पिछले जुलाई 2017 में उस पर जज भर्ती पेपर लीक मामले में केस दर्ज हुआ। तब उन्होंने मेरा कई बार फोन इस्तेमाल किया था।

– मैंने सिर्फ मदद के लिए अपना फोन दिया था। एसआईटी ने मुझे कई बार नोटिस भेजा और मैं करीब 10 बार स्टेटमेंट देने आती रही। तब भी एसआईटी ने मेरे साथ काफी टार्चर किया। एसआईटी ने मुझे जबरदस्ती सीआरपीसी 164 के बयान दर्ज करवाने के लिए कहा। उन्होंने लेटर में टॉर्चर के लिए इंस्पेक्टर पूनम दिलावरी, नरेंद्र पटियाल, डीएसपी कृष्ण कुमार, एसपी रवि कुमार, जैसे अफसरों के नाम भी लिखे हैं।

– उसने आखिर में लिखा कि अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मेरी मौत का जिम्मेदार देश का कानून होगा। आयूषी को पिछले महीने अरेस्ट किया गया था। उसके बाद कांग्रेसी नेता सुनील चोपड़ा टीटू को भी गिरफ्तार किया गया।

कोर्ट के नोटिस में ला दिए है लेटर

-आयूषी के वकील जसबीर सिंह डडवाल ने कहा कि पुलिस ने आयूषी के साथ काफी जोर-जबरदस्ती की है। सिर्फ हाईकोर्ट की डांट से बचने के लिए पुलिस ने आयूषी को अरेस्ट किया। उनके लेटर को हमने कोर्ट के नोटिस में ला दिया है।

ये है मामला…

– पिंजौर की वकील सुमन ने हाईकोर्ट में पिटीशन दायर कर कहा था कि पेपर डेढ़ करोड़ में बिक रहा है। उसे भी पेशकश की गई थी। सुमन ने सुशीला नाम की एक लड़की से लेक्चर की ऑडियो क्लिप मंगाई थी, लेकिन उसने गलती से सुनीता से अपनी बातचीत की ऑडियो क्लिप सेंड कर दी।

– जिसमें पेपर में आने वाले प्रश्नों पर हुई बातचीत रिकॉर्ड थी। पिटीशन पर सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट ने अपने लेवल पर जांच शुरू की, जिसमें सामने आया कि हाईकोर्ट के ही रिक्रूटमेंट रजिस्ट्रार डॉ. बलविंदर शर्मा के मोबाइल फोन से सुनीता के फोन पर सालभर में 760 बार कॉन्टैक्ट हुआ था। बाद में सुनीता ही एग्जाम में टॉपर रही।

– सुशीला नाम की दूसरी लड़की रिजर्व कैटेगरी की टॉपर बनी। इस केस में पुलिस ने डॉ. शर्मा, सुनीता और सुशीला को गिरफ्तार किया और अब टीटू और आयूषी की भी इस केस में भूमिका सामने आई है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *