विवादों में फंसे तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की आईपीएल में भागीदारी बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) के प्रमुख नीरज कुमार की रिपोर्ट पर निर्भर करेगी। यदि एसीयू ने उन्हें आरोपों से बरी किया तो शमी को फिर से बीसीसीआई का वार्षिक अनुबंध मिल सकता है।
प्रशासकों की समिति (सीओए) प्रमुख विनोद राय ने एसीयू प्रमुख नीरज कुमार को शमी पर पत्नी हसीन जहां के लगाए भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच करने के निर्देश दिए हैं। हसीन जहां का आरोप है कि शमी ने इंग्लैंड के एक बिजनेसमैन से एक पाकिस्तानी महिला के जरिए पैसा लिया है।
आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक से इतर बोर्ड कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना ने कहा कि चूंकि एसीयू प्रमुख मामले की जांच कर रहे हैं और उन्हें सात दिन की समय सीमा दी गई है। कोई भी फैसला उनके रिपोर्ट दाखिल करने के बाद ही लिया जाएगा। शमी को आईपीएल फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स ने तीन करोड़ रुपये में अपनी टीम में शामिल किया है। बीसीसीआई ने पहले ही शमी का वार्षिक अनुबंध फिलहाल रोक रखा है।
बीसीसीआई का मानना है कि शमी की पत्नी के घरेलू हिंसा के लगाए गए आरोप पुलिस के क्षेत्राधिकार की बात है। बोर्ड का उससे लेना-देना नहीं है। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि बोर्ड की आचार संहिता में वित्तीय लेन-देन को लेकर निश्चित उपनियम बनाए गए हैं। एसीयू सिर्फ उन आरोपों की जांच कर रही है तो उनकी पत्नी ने इंग्लैंड के एक बिजनेसमैन से एक पाकिस्तानी महिला से कथित तौर पर पैसा लेने की बाबत लगाए हैं।
यदि एसीयू ने उन्हें आरोपों से बरी कर दिया तो उन्हें तुरंत उनका वार्षिक अनुबंध दे दिया जाएगा। अधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि बीसीसीआई शमी का आकलन उनकी निजी जिंदगी से जुड़ी घटनाओं को लेकर नहीं करेगी। हां उनके खिलाफ उनकी पत्नी ने कुछ आरोप लगाए हैं जिनकी जांच कोलकाता पुलिस कर रही है।
हम किसी की निजी जिंदगी से जुड़े मामले को लेकर ऐसा फैसला नहीं ले सकते कि किसी की आजीविका पर असर हो। अभी आप यह नहीं कह सकते कि जांच में कितना समय लगेगा। रिपोर्ट आने के बाद दिल्ली डेयरडेविल्स आईपीएल में शमी की भागीदारी को लेकर निर्णय लेगी। हम एसीयू प्रमुख की रिपोर्ट की सिफारिशों के आधार पर निर्णय लेंगे। हम किसी की निजी जिंदगी से लेना-देना नहीं है। यदि उन्हें क्लीन चिट मिलेगी तो वह आईपीएल में खेलेंगे। यदि नहीं मिली तो नहीं खेलेंगे। रिपोर्ट चार-पांच दिन में आएगी तब तक हम इंतजार करेंगे। राजीव शुक्ला, चेयरमैन आईपीएल गवर्निंग काउंसिल