शहर की लाइफलाइन ‘सुखना‘ सूखने के कगार पर, देखें कहां तक पहुंचा पानी
शहर की लाइफलाइन सुखना अब पूरी तरह से सूखने के कगार पर आ चुकी है। हाईकोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन को निर्देश जारी कर सुखना के संरक्षण को लेकर अथॉरिटी गठित करने को कहा है। फिलहाल अथॉरिटी बनाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर विचार विमर्श चल रहा है। वहीं, सुखना का वॉटर लेवल तेजी से घटता जा रहा है। यूटी के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट ने टेंडर जारी कर सुखना झील में से वीड निकालने का काम शुरू कर दिया है। बिजनौर से आए 10 से 12 लोग झील में से वीड निकालने में जुटे है।
यूटी के इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट के अधिकारियों का कहना है कि सुखना में वीड के अलावा दूसरी बड़ी समस्या गाद की है। गाद के कारण पानी का लेवल और तेजी से घट रहा है। पिछले एक हफ्ते में करीब 2.15 फीट वॉटर लेवल घट चुका है। हालत यह है कि रेगुलेटरी एंड और बर्ड वॉचिंग साइट पर पानी का लेवल इतना घट चुका है कि बीच में से मिट्टी साफ दिखाई देने लगी है। सुखना में इन दिनों पानी छोड़ना भी बंद कर दिया गया है।