कई लोग अंडा खाते हैं क्योंकि उन्हें ये स्वादिष्ट लगता है और कई लोग इसे इसलिए खाते हैं क्योंकि इससे उन्हें जरूरी विटामिन और मिनरल्स मिलते हैं। अंडे में मौजूद ढेर सारे पौष्टिक तत्वों के कारण इसे ब्रेकफास्ट के लिए सबसे अच्छा आहार माना जाता है। कई बार जब आप अंडे लाते हैं, तो कुछ उनमें से कुछ या सारे अंडे खराब निकल जाते हैं। चूंकि खराब या अच्छे अंडे को ऊपरी तौर पर अलग-अलग नहीं पहचाना जा सकता है इसलिए बहुत से लोग धोखा खा जाते हैं। मगर हम आपको बता रहे हैं कुछ ऐसे आसान उपाय, जिनकी मदद से आप आसानी से पता लगा सकते हैं कि अंडा खराब है या अच्छा।
सिंपल है ये टेस्ट
अच्छे और खराब अंडों को पता करने का ये सबसे आसान टेस्ट है। इसके लिए बस आपको चाहिए एक बर्तन और उसमें पानी। बर्तन थोड़ा बड़ा लें और उसे आधे से ज्यादा पानी से भर दें। अब इस पानी में अंडे डाल दें। अब बर्तन में अंडों की स्थिति के अनुसार आप अंडों के अच्छे या खराब होने का पता लगा सकते हैं।
• अगर अंडा पानी में डूब जाता है और बर्तन के किनारे दीवार के साथ लग जाता है, तो अंडा ताजा और अच्छा है। इसे आप खा सकते हैं और ये पूरी तरह सुरक्षित है।
• अगर अंडा पानी में उतराता है यानि न पूरा डूबता है और न पूरा सतह पर आता है, तो इसका मतलब है कि अंडा थोड़ा पुराना हो चुका है यानि लगभग 5 से 8 दिन का इसलिए इस अंडे को पहले खत्म करना चाहिए क्योंकि जल्द ही इनके खराब होने की आशंका होती है।
• अगर अंडा पानी की सतह पर तैरने लगता है तो इसका मतलब है कि वो अंडा खराब हो चुका है और उसे आपको नहीं खाना चाहिए।
• कई बार अंडे पलट जाते हैं यानि अंडा जिस तरफ मोटा है वो पानी के ऊपर तैरता है और जो हिस्सा पतला है वो पानी के अंदर डूबता है। इस तरह के अंडों का संकेत ये है कि ये अंडे ज्यादा पुराने हो चुके हैं और इन्हें खाने से पहले एक बार चेक कर लेना चाहिए कि कहीं उनमें चूजे तो नहीं पैदा हो गए।
आवाज से भी पहचान सकते हैं
अंडे को कान के पास पकड़ें। और फिर इसे हिलाकर देखें। अगर आपको आवाज आती है, तो इसका अर्थ है कि यह अंडा खराब हो चुका है और आपको इसका सेवन नहीं करना चाहिये। और अगर आपको अंडे को हिलाते समय कोई आवाज न आए तो यानी अंडा सही है और आप इसका सेवन कर सकते हैं।
अंडे में कहीं चूजा तो नहीं?
अगर आपको इस बात का डर है कि कहीं अंडे में भ्रूण का विकास तो नहीं हो जाएगा तो इस बात का खयाल रखें कि जब बड़े पैमाने पर अंडों का निर्माण होता है, तो मुर्गियां कभी मुर्गों के संपर्क में नहीं आतीं। अगर मुर्गियां किसी छोटे फॉर्म से आती हैं, जहां मुर्गे मौजूद होते हैं, तो इस बात की संभावना होती है कि अंडों में भ्रूण का विकास हो सके। जब तक मुर्गी किसी अंडे को कम से कम 24 घंटे नहीं सेंकती, तब तक अंडा अलग नजर नहीं आता। ठंडे अंडों में किसी प्रकार का निषेचन नहीं होता। इसके अलावा दोनों प्रकार के अंडों में पौष्टिक तत्व एक समान होते हैं, इसलिए इनके सेवन में किसी प्रकार का खतरा नहीं होता।
अंडे से मिलता है ढेर सारा पोषण
100 ग्राम उबले हुए अंडे में विटामिन ए 10 %, विटामिन डी 21%, विटामिन बी-12 18%, विटामिन बी-6 5%, मैग्नीशियम 2%, आयरन 6 %, सोडियम 124 मिलीग्राम, पोटैशियम 126 मिलीग्राम, कोलेस्ट्रॉल 373 मिलीग्राम और प्रोटीन 13 ग्राम होता है।