शहर में लगी स्ट्रीट लाइट्स को तो नगर निगम ने एल.ई.डी. में तबदील कर दिया पर अभी तक रात के समय अनेक संवेदनशील सड़कों पर पसरा अंधेरा दूर नहीं हो पाया है। अब निगम शहर के पार्कों में लगी लाइट्स को भी एल.ई.डी. में बदलने की तैयारी में है। निगम ने कुछ समय पहले स्ट्रीट लाइट्स को एल.ई.डी. में बदला था और दावा किया था कि शहर में कहीं भी स्ट्रीट लाइट के खराब होने की शिकायत नहीं होगी।
हालांकि आज भी शहर की आधे से अधिक स्ट्रीट लाइट्स खराब हैं। जिस कंपनी ने ये लाइट्स लगाई थीं शिकायत के बाद भी वे कार्रवाई नहीं कर रही। सदन की बैठक में भी कांग्रेसी पार्षद देवेंद्र सिंह बबला ने मामला उठाया था कि शहर की आधे से अधिक स्ट्रीट लाइट्स नहीं जल रही हैं और शिकायत के लिए भी प्रबंध नहीं है।
8000 एल.ई.डी. लाइट्स सभी पार्कों में लगनी हैं
अब शहर में मौजूद सभी पार्क को आने वाले दिनों में एल.ई.डी. लाइट्स की रोशनी से बदलने की तैयारी कर रहा है। निगम की तरफ से शहर के सभी पार्कों में एल.ई.डी. लाइट्स लगवाई जाएंगी। करीब 8000 एल.ई.डी. लाइट्स शहर में मौजूद सभी पार्कों में लगाई जानी हैं। ई.ई.एस.एल. (एनर्जी एफिसेंट सॢवस लिमिटेड) कंपनी की तरफ से यह एल.ई.डी. लाइट्स लगाई जानी हैं। निगम ने कंपनी को अक्तूबर तक सभी पार्कों को एल.ई.डी. लाइट्स से रोशन करने के आदेश दिए हैं। कहा गया कि एल.ई.डी. लाइट्स लगने से पहले की अपेक्षा पार्कों में रोशनी ज्यादा हो जाएगी।
41 हजार स्ट्रीट लाइट्स को एल.ई.डी. में बदला स्मार्ट सिटी प्रोजैक्ट के तहत शहर की 41 हजार स्ट्रीट लाइट को एल.ई.डी. में तबदील करने के लिए नगर निगम की तरफ से बीते वर्ष फरवरी में ई.ई.एस.एल. कंपनी से समझौता किया था। कंपनी ने शहर की 41 हजार स्ट्रीट लाइट्स को एल.ई.डी. लाइट्स में बदल दिया है और अब शहर के सभी पार्कों को एल.ई.डी. लाइट्स की रोशनी से रोशन करवाया जाएगा।
शहर में मौजूद जो भी डार्क स्पॉट हैं और जहां अंधेरा होते ही सन्नाटा पसर जाता है वहां भी जल्द एल.ई.डी. लाइट्स लगवा दी जाएंगी। अभी तक शहर में ऐसे कुल 5300 डार्क स्पॉट हैं, जहां एल.ई.डी. लाइट्स लगनी हैं। हालांकि यहां एल.ई.डी. लाइट्स लगाने का बजट नगर निगम के पास नहीं है। इसके लिए निगम ने प्रशासन से मदद मांगी है। मेयर देवेश मोदगिल के अनुसार जल्द प्रशासन से 26 करोड़ की राशि मिलने की उम्मीद है जो मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा।