अब पीजीआई में होंगे दो डीन, ये मिलेगा फायदा
रिसर्च में पिछड़ रही पीजीआई में अब दो डीन होेगे। एक के पास शैक्षणिक की जिम्मेदारी होगी जबकि दूसरे रिसर्च का जिम्मेवारी संभालेंगे। शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित गवर्निंग बाडी की बैठक में पीजीआई की ओर से यह प्रस्ताव रखा गया, जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने हरी झंडी दे दी है। वर्तमान में पीजीआई में ओवरऑल डीन का एक पद है। जिनके हवाले पीजीआई की शैक्षणिक जिम्मेवारी है।
इस नए फैसले से पीजीआई में रिसर्च को प्रोत्साहन मिलेगा। पीजीआई के पास पब्लिकेशन तो बहुत ज्यादा हैं, लेकिन क्वालिटी रिसर्च कम है। ऐसा पहली बार है जब रिसर्च के लिए अलग से डीन की नियुक्ति की जाएगी। डायरेक्टर बनने के बाद प्रोफेसर जगत राम ने पीजीआई के रिसर्च सेक्टर को आगे ले जाने की बात कही थी। यह प्रस्ताव उन्हीं के द्वारा तैयार किया गया है।
पिछले कुछ सालों में पीजीआई रिसर्च के क्षेत्र में काफी पिछड़ गया था। रिसर्च की ग्रांट तक कई-कई महीनों तक लटकी रहती थीं। अब उम्मीद की जाती है कि इससे कुछ बदलाव आएगा। एम्स में दो डीन है। पीजीआई ने अपना प्रस्ताव एम्स की तर्ज पर बनाया था। डीन के लिए सीनियर डाक्टरों के नाम जल्द भेजे जाएंगे। मौजूदा डीन डा. सुभाष जुलाई में रिटायर हो रहे हैं। उम्मीद है कि उससे पहले डीन के नाम पर मुहर लग जाए।