अस्पतालों की दशा, मरीजों को बाहर से खरीदना पड़ रहा ग्लूकोज व ड्रिप
सेक्टर-16 स्थित मल्टीस्पेशियलिटी गवर्नमेंट हास्पिटल की इमरजेंसी में दाखिल मरीजों को ग्लूकोज और ड्रिप बाहर से खरीदने पड़ रहे हैं। जबकि ये सामान हास्पिटल की ओर से मुहैया करवाए जाने चाहिए। इससे मरीजों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मरीज को पहले डाक्टर को दिखाने के लिए लाइन में लगना पड़ता है। जब डॉक्टर देख लेते हैं तो ग्लूकोज व ड्रिप खरीदने के लिए उन्हें प्राइवेट केमिस्ट के काउंटर पर जूझना पड़ता है।
इलाज होने के कारण मरीज कुछ बोल भी नहीं पाते हैं। मगर वीरवार को चंडीगढ़ सोशल वेलफेयर बोर्ड की चेयरपर्सन संतोष शर्मा जब हास्पिटल की इमरजेंसी में पहुंचीं तो वहां के हालात देखकर उनसे रहा नहीं गया। उन्होंने तुरंत डायरेक्टर हेल्थ सर्विसेज डा. राकेश कश्यप से भी आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि वे इस मामले की शिकायत चंडीगढ़ के होम सेक्रेटरी व एडवाइजर से भी करेंगी।
संतोष शर्मा ने बताया कि उनके पड़ोस में राजमिस्त्री का काम करने वाला युवक बीमार पड़ गया था। उसे लगातार उल्टियां आ रही थीं। बुखार भी काफी तेज था। जब उन्हें इस बात की सूचना मिली तो वह युवक को अपने साथ लेकर सेक्टर-16 अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंच गई। डाक्टर को दिखाने के बाद उनसे कहा गया कि वे ग्लूकोज और ड्रिप बाहर से खरीद कर ले आएं। डाक्टर की बात सुनकर वह हैरान रह गईं। उन्होंने कहा कि ये तो बुनियादी सामान हैं। ग्लूकोज व अन्य सामान तो अस्पताल से ही मिलता है। तो उन्हें जवाब मिला कि हास्पिटल में सामान नहीं है। इस पर उन्होंने इमरजेंसी इंचार्ज डॉ. सतबीर सिंह से बात की तो पता चला कि वे चार दिन से बाहर हैं और उन्हें स्टाक खत्म होने की कोई खबर नहीं है।
यह बात कहकर उन्होंने पल्ला झाड़ लिया। उसके बाद उन्होंने डीएचस डॉ. राकेश कश्यप से बात की, तो वहां से भी उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। बाद में वे बाहर से ही सामान खरीदकर लाएं।