किसी भी व्रत के लिए बनाएं फलाहारी आलू लच्छा नमकीन. यह नमकीन बेहद कुरकुरी और स्वादिष्ट होती है़.
आवश्यक सामग्री – Ingredients for Farali Potato farsaan
विधि – How to make Aloo Lachha Namkeen
आलू को धोकर पानी सुखाकर छील लीजिए.
लच्छा बनाने के लिए मोटा वाला कद्दूकस लीजिए और प्याले में पानी भरकर ले लीजिए. कद्दूकस को प्याले में रखिए और एक-एक करके आलू कद्दूकस कर लीजिए.
आलू के लच्छों को अच्छे से धो लीजिए और दूसरे प्याले पर रखी छलनी में डाल दीजिए. लच्छों को एक बार और पानीें में डुबोकर अच्छे से धोकर छलनी में छान लीजिए. इनसे अच्छे से स्टार्च पानी में निकल जाएगा. इसके बाद, लच्छों को कपड़े पर डालकर तौलिए से अच्छे पौंछ लीजिए.
लच्छे तलने के लिए कढ़ाही में तेल डालकर गरम कीजिए. हाथ को कढ़ाही के ऊपर ले जाकर देखिए, हाथ पर हीट आ रही है, तो तेल पर्याप्त गरम है. एक लच्छे का टुकड़ा भी कढ़ाही में डालकर देख लीजिए, यह सिक रहा है, तो तेल सही गरम है. अब, जितने आलू लच्छा कढ़ाही में आ जाएं, उतने सिकने के लिए डाल दीजिए और लच्छों को मध्यम-तेज आंच पर तलने दीजिए. तेल में झाग बनने लगेंगे.
तेल से झाग कम होने के बाद, लच्छों को कलछी से चला लीजिए और क्रिस्प होने तथा रंग बदलने तक फ्राय कर लीजिए. क्रिस्प होने के बाद, लच्छों को एक छलनी में ही कढ़ाही के ऊपर कलछी से निकालकर डाल दीजिए ताकि लच्छों से अतिरिक्त तेल वापस कढ़ाही में ही चला जाए. फिर इन्हें एक प्याली पर रखी दूसरी छलनी में डाल दीजिए जिससे लच्छों में बचा हुआ तेल प्याली में निकल जाए. सारे आलू लच्छे इसी तरह तलकर तैयार कर लीजिए. एक बार के आलू लच्छा तलने में 5 से 6 मिनिट लग जाते हैं.
आलू लच्छा तलने के बाद, बचे हुए तेल में मूंगफली के दाने डाल दीजिए. इनको लगातार चलाते हुए हल्का सा रंग बदलने तक तल लीजिए. मूंगफली के दानों से अच्छी खुश्बू आते ही मूंगफली तलकर तैयार हैं. इन्हें छलनी में डाल लीजिए और अतिरिक्त तेल कढ़ाही में ही निकल जाने दीजिए. इन्हें तलने में 3 से 4 मिनिट का समय लगता है.
मूंगफली के दानों को छलनी से प्याली में डाल दीजिए और साथ ही इसमें आलू के लच्छों को भी डाल लीजिए. दोनों को अच्छे से मिक्स कर दीजिए.
इसमें सेन्धा नमक और काली मिर्च पाउडर डालकर अच्छे से मिला लीजिए.
क्रिस्पी और टेस्टी आलू लच्छा नमकीन तैयार है. इसे पूरी तरह से ठंडा होने के बाद किसी भी डिब्बे में भरकर रख सकते हैं और पूरे 1 या 2 महीने तक खा सकते हैं. किसी भी व्रत के लिए यह व्रत वाली नमकीन बना सकते हैं.
सुझाव
– लच्छों को पानी से अच्छे से धोकर स्टार्च निकाल दें. अगर इनमें स्टार्च रह जाता है, तो आलू के लच्छे सिकने के बाद चिपचिपे लगते हैं.
– लच्छों से पानी पूरी तरह सूखने के बाद ही इन्हें तलिए.
– तेल बहुत ज्यादा गरम या ठंडा नही होना चाहिए.
– व्रत के लिए नमकीन बनाते समय बहुत ही कम मसालों का इस्तेमाल होता है.