एंबुलेंस के इंतजार में तड़पती रही गर्भवती, गर्भ में ही बच्चे की मौत
रेफर करने के बाद एक घंटे इंतजार पर भी एंबुलेंस नहीं आने से हुई देरी के कारण वीरवार को सरकारी अस्पताल के गेट पर गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई। गर्भवती के परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। हंगामे के बाद एंबुलेंस पहुंची और महिला को हायर सेंटर पहुंचाया गया।
गुल्लरवाला निवासी कुलदीप की पत्नी मनदीप कौर छह माह की गर्भवती थी। उसे अचानक ब्लीडिंग होने पर परिजन उसे वीरवार को नागरिक अस्पताल लेकर पहुंचे। गायनी विशेषज्ञ डॉ सचिन ने गर्भवती की जांच की। डा. सचिन के अनुसार बच्चा कमजोर होने के कारण ब्लीडिंग नहीं रुकने पर दोपहर 1.00 बजे गर्भवती को अग्रोहा मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। स्टाफ नर्स ने कई बार एंबुलेंस को फोन किया लेकिन एंबुलेंस नहीं आई।
जानकारी न होने के कारण परिजन भी 108 की बजाय 102 नंबर पर ही एंबुलेंस के लिए कॉल करते रहे। परिजन महिला को अस्पताल के मुख्यद्वार के पास ले आए। परिजनों का आरोप था कि रेफर करने के एक घंटे के बाद भी एंबुलेंस नहीं आई और ज्यादा ब्लीडिंग होने से गर्भ में ही बच्चे की मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। उसके बाद एंबुलेंस आई तो महिला को हायर सेंटर पहुंचाया गया।