पिछले दो-तीन दिनों में जम्मू-कश्मीर में लगातार आतंकी हमलों ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है. पहले जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर आतंकियों ने हमला बोला जिसमें 6 जवान शहीद हुए और उसके बाद श्रीनगर में सीआरपीएफ मुख्यालय के पास आतंकियों ने हमला करने की कोशिश की और एक जवान शहीद हो गया. इसी कारण से कश्मीर मुद्दा एक बार फिर राजनीति के केंद्र में आ गया है. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को इसी मुद्दे पर मोदी सरकार पर हमला बोला था, और आज (बुधवार) को वह इस मुद्दे पर अपने पार्टी नेताओं संग बैठक करेंगे.
राहुल गांधी बुधवार सुबह अपने घर पर कश्मीर मुद्दे पर बड़ी बैठक करेंगे, इसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हो सकते हैं. बैठक में मोदी सरकार को उसकी कश्मीर नीति पर घेरने पर विचार हो सकता है.
आपको बता दें कि मंगलवार को राहुल ने ट्वीट के जरिए कश्मीर मुद्दे को लेकर मोदी सरकार को कटघरे में खड़ा किया था. राहुल ने ट्वीट में लिखा था कि पीडीपी पाकिस्तान के साथ बातचीत करने को कह रही है, तो वहीं रक्षामंत्री कह रही हैं कि पाकिस्तान को इस हमले की कीमत चुकानी होगी. राहुल ने कहा कि सच बात ये है कि देश पीडीपी और बीजेपी के अवसरवादी गठबंधन की सजा भुगत रहा है. राहुल ने कहा कि दोनों के पास कश्मीर को लेकर कोई नीति नहीं है.
शहीद की अंतिम यात्रा में उमड़ी भीड़
सुजवां आर्मी कैंप में हुए आतंकी हमले में 6 जवान शहीद हो गए. इन 6 में से एक शहीद मोहम्मद अशरफ मीर की अंतिम यात्रा आज जब उनके घर कुपवाड़ा में निकाली गई तो आस पड़ोस के गांवों के हजारों लोगों का सैलाब सड़कों पर उतर आया. इसके अलावा अनंतनाग और त्राल में भी शहीदों की यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा.
ओवैसी ने भी किया वार
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले पर विवादित बयान दिया है. ओवैसी ने अपने दफ्तर में मीडिया से बातचीत में कहा कि आतंकी हमले में शहीद हुए छह जवानों में से पांच कश्मीरी मुस्लिम थे.
ओवैसी ने कहा कि जो लोग मुसलमानों को पाकिस्तान जाने के लिए कहते हैं या उन्हें पाकिस्तानी समझते हैं, उन्हें यह देखना चाहिए. ओवैसी ने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले की निंदा की और सत्तारूढ़ पीडीपी-बीजेपी गठबंधन पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दोनों मिलकर ड्रामा कर रहे हैं और बैठकर मलाई खा रहे हैं. बीजेपी ने इसे अलगाववादी बयान बताया है.
अब तक 21 जवानों की शहादत
साल 2018 में ही अब तक भारत के 21 जवान अलग अलग हमलों में शहीद हो चुके हैं. सोमवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण सुंजवां कैंप पर हमले के बाद, जम्मू पहुंची थीं. उन्होंने कहा था कि इन हमलों में जैश-ए-मोहम्मद और पाकिस्तान का हाथ था और पाकिस्तान को ऐसी हरकतों की कीमत चुकानी होगी.