केंद्र के दखल के बाद भी SYL पर पंजाब- हरियाणा में नहीं बनी बात, यहां फंसा पेंच
हरियाणा और पंजाब के बीच विवाद की बड़ी वजह बनी सतलुज-यमुना लिंक नहर पर बात नहीं बन पाई है। हरियाणा और पंजाब के बीच विवाद की बड़ी वजह बनी सतलुज-यमुना लिंक नहर पर बृहस्पतिवार को दोनों प्रदेशों के आला अधिकारियों की बैठक हुई, लेकिन कोई राय नहीं बन पाई। पंजाब सरकार ने केंद्र के समक्ष स्पष्ट किया है कि सूबे में पानी की स्थिति बेहद गंभीर है। वह किसी भी स्थिति में नदियों का पानी पड़ोसी राज्यों के साथ बांटने की स्थिति में नहीं है।
साथ ही केंद्र सरकार से अपील की है कि वह एसवाईएल मामले में दखल दे ताकि पंजाब को इकोलॉजिकल डिजास्टर से बचाया जा सके। एसवाईएल के मुद्दे पर केंद्र सरकार द्वारा पंजाब और हरियाणा के बीच मध्यस्थता के एलान के बाद पंजाब के प्रतिनिधिमंडल ने केंद्रीय जल संसाधन, नदी विकास व गंगा रिजुविनेशन मंत्रालय के सचिव डॉ. अमरजीत सिंह से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल में मुख्य सचिव करन अवतार सिंह व प्रमुख सचिव सिंचाई केबीएस सिद्धू शामिल थे। दल ने सुप्रीम कोर्ट में लंबित एसवाईएल मामले में पंजाब का पक्ष रखा।
गौरतलब है कि केस की अगली सुनवाई 27 अप्रैल को है। पिछली सुनवाई के दौरान केंद्र ने 20 अप्रैल को होने वाली दोनों पक्षों की मीटिंगके कारण सुनवाई आगे बढ़ाने की अपील की थी।