Sachin Tendulkar

‘क्रिकेट के भगवान’ ने किया ऐलान, कोहली ने तोड़ा मेरा यह रिकॉर्ड तो दूंगा स्पेशल गिफ्ट

‘क्रिकेट के भगवान’ माने जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने खुलासा किया है कि अगर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली उनके शतक वाला रिकॉर्ड तोड़ देंगे तो वह उन्हें एक स्पेशल गिफ्ट देंगे। तेंदुलकर ने यह खुलासा एक किताब के लांच के मौके पर किया।

सचिन के नाम वन-डे इंटरनेशनल में 49 शतक जमाने का रिकॉर्ड दर्ज है। विराट कोहली ने 35 इंटरनेशनल वन-डे शतक जमा दिए हैं। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि कोहली जल्द ही सचिन तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड को तोड़ देंगे। तेंदुलकर ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘अगर विराट कोहली मेरे शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ देता है तो मैं उसे शैम्पेन की बोतल गिफ्ट करूंगा।’

वैसे सचिन के वन-डे करियर में लगाए शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ना आज भी वनडे क्रिकेट खेलने वाले हर बल्लेबाज का सपना है। मास्टर ब्लास्टर से पूछा गया कि अगर विराट कोहली उनके वन-डे शतक के रिकॉर्ड को तोड़ देते हैं तो क्या वह शैम्पेन की 50 बोतलें कोहली को भिजवाएंगे? इस सवाल पर सचिन ने जवाब दिया, ‘नहीं! अगर वह रिकॉर्ड तोड़ता है तो मैं खुद उसके पास शैम्पेन की बोतल लेकर जाऊंगा और उसके साथ साझा करूंगा।’

सचिन के इस जवाब के साथ ही सारा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। कोहली कई बार कह चुके हैं कि सचिन तेंदुलकर को देखकर ही उन्होंने क्रिकेट खेलना शुरू किया और अपने करियर को आकार दिया। 2008 में जब पहली बार वह ड्रेसिंग रूम में दाखिल हुए थे, तब सबसे पहले उनका सामना सचिन तेंदुलकर से ही हुआ था। सालों तक साथ खेलने के बाद दोनों के बीच काफी करीबी रिश्ता और आपसी सम्मान विकसित होता चला गया।

बता दें कि इसी किताब के कोलकाता में लांच के दौरान विराट कोहली ने कहा था, ‘मैं अपने करियर पर सचिन तेंदुलकर के प्रभाव को समझता हूं। मेरे करियर में करीबी लोग बेहद कम हैं। ये सिर्फ एक जिंदगी थी जो चलती ही चली गई। क्योंकि ये स्वाभाविक है कि जब कोई मेरे कठिन समय में मेरे साथ खड़ा होगा तो मैं शख्स को महत्व दूंगा और मैं ऐसा करता रहूंगा। उनका जो असर मेरी जिंदगी में है वह बढ़ रहा है।’

कोहली ने आगे कहा, ‘मैं इसका महत्व समझता हूं। अगर कोई आपको उनकी तरह प्रभावित कर सकता है, तो आप इससे बड़ी किसी भी खुशी को महसूस नहीं कर सकेंगे। इसलिए जब आप तेंदुलकर का हाथ अपने सिर पर पाते हैं तो आप सिर्फ इशारों में ही धन्यवाद दे पाते हैं क्योंकि आज मैं जो कुछ कर रहा हूं वह उन्हीं की प्रेरणा से कर पा रहा हूं। मेरे लिए यही स्वर्ग तक जाने की सीढ़ी है। पाना, जीतना ये चीजें मेरे लिए महत्व नहीं रखती हैं। अगर कोई मेरे साथ ईमानदार है तो ये महत्वपूर्ण है।’

याद हो कि 2014 इंग्लैंड दौरे पर कोहली बेहद खराब फॉर्म से जूझ रहे थे। तब उन्होंने सचिन से मदद ली थी। कुछ ही समय के बाद कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में रनों की बारिश की और चार टेस्ट में चार शतक जमाए। इसके बाद कोहली आज सभी के सामने हैं। उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

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