विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार रात को जानकारी देते हुए बताया कि खराब मौसम के कारण उत्तराखंड में 115 कैलास मानसरोवर यात्री फंस गए हैं. सुषमा स्वराज ने कहा कि खराब मौसम के कारण उत्तराखंड के गुंजी में 115 तीर्थयात्री फंस गए हैं. उन्होंने ट्वीट कर यह जानकारी दी.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट किया कि आईटीबीपी (भारत-तिब्बत सीमा पुलिस) और कुमाऊं विकास मंडल उनकी देखभाल कर रहे हैं. जैसे ही मौसम की स्थिति में सुधार होगा उन्हें विमान से पिथौरागढ़ ले जाया जाएगा. इस महीने की शुरुआत में सैकड़ों भारतीय तीर्थयात्री नेपाल के पहाड़ी क्षेत्र में उस समय फंस गए थे. जब वे तिब्बत में कैलास मानसरोवर यात्रा से वापस लौट रहे थे. सघन बचाव अभियान के बाद उन्हें विमान से सुरक्षित निकाला गया था.
उत्तराखंड में पिछले कई दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण प्रदेश में घूमने गए पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पिथौरागढ़ में इससे पहले भी कई बार कैलास मानसरोवर यात्री फंस गए थे. इन्हें भी बारिश रुकने के बाद कैलास यात्रा के लिए रवाना किया गया था.
जुलाई में ही नेपाल के पर्वतीय सिमीकोट क्षेत्र से 1,200 से अधिक भारतीय तीर्थयात्रियों को सुरक्षित जगहों पर भेजा गया था. यह जानकारी यहां भारतीय दूतावास ने दी. इसके साथ ही तिब्बत स्थित कैलाश मानसरोवर की यात्रा से लौटते समय खराब मौसम के चलते हिल्सा क्षेत्र में फंसे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित निकालने के प्रयास किए गए थे. इन्हें नेपालगंज और सुरखेट पहुंचाया गया था.