शहर में अपने आशियाना का सपना देख रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड (सीएचबी) की सेक्टर-53 में आवासीय योजना को लंबे इंतजार के बाद पर्यावरण विभाग की ओर से हरी झंडी मिल गई है। अब सीएचबी इस महीने के अंत तक टेंडर जारी करके निर्माण कार्य शुरू करेगा। इस योजना के तहत 492 फ्लैट बनाए जाएंगे। इसमें से 192 फ्लैट थ्री बेडरूम और 100 फ्लैट टू बेडरूम बनाने की योजना है। वन रूम के 120 फ्लैट तथा ईडब्लूएस कैटेगरी के 80 फ्लैट भी बनाने की योजना है। ये फ्लैट सेक्टर-53 में 11 एकड़ जमीन पर बनाए जाएंगे। इस योजना पर 228.50 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
सीएचबी ने पहले ही तैयार कर लिया है पूरा खाका
सीएचबी ने एक साल पहले ही सेक्टर-53 में आवासीय योजना का खाका तैयार कर लिया था। इसके लिए पर्यावरण विभाग की मंजूरी लेनी थी। इसकी प्रक्रिया विभाग द्वारा लंबे समय से चल रही थी। कई बार पर्यावरण विभाग ने सीएचबी से प्रोजेक्ट के बारे में विस्तृत जानकारी ली है।
पूरी जानकारी मिलने के करीब एक वर्ष बाद पर्यावरण विभाग ने सेक्टर-53 में आवासीय योजना को हरी झंडी दे दी है। सीएचबी अब इस माह के अंत तक टेंडर जारी करके निर्माण कार्य की प्रक्रिया में तेजी लाएगा। इसका पूरा खाका पहले ही तैयार कर लिया गया है। बस सीएचबी को पर्यावरण विभाग से क्लीन चिट मिलने का इंतजार था।
ऐसा होगा फ्लैट्स का आकार
हाउसिंग बोर्ड के फ्लैट्स में आधुनिक जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाएगा। बोर्ड के पहले के फ्लैट्स की तुलना में ये फ्लैट्स अधिक खुले और हवादार होंगे। फ्लैट्स के रेट हाउसिंग बोर्ड मार्केट की स्टडी के बाद तय करेगा। हालांकि थ्री बेड रूम फ्लैट की अनुमानित कीमत 80 से 85 लाख रुपये तक हो सकती है। टू बेडरूम फ्लैट की अनुमानित कीमत 65 से 70 लाख रुपये तक हो सकती है।
साथ ही वन बेडरूम फ्लैट की अनुमानित कीमत 30 से 35 लाख और ईडब्लूएस वर्ग के फ्लैट की अनुमानित कीमत 15 लाख रुपये तक हो सकती है। सीएचबी की कोशिश है कि इस बार फ्लैट की कीमत इस तरह से तय हो जिससे यह स्कीम लोगों के बीच पसंद की जा सके और महंगी होने के कारण पिछली बार की तरह इसे फीका रिस्पांस न मिले।
सेक्टर-63 की तरह मल्टीस्टोरी होगी यह आवासीय योजना
सीएचबी के अनुसार सेक्टर-53 की आवासीय योजना भी शहर के सेक्टर-63 की हाउसिंग स्कीम की तरह मल्टीस्टोरी होगी। ईडब्लूएस से लेकर थ्री बेड रूम के फ्लैट्स तक का डिजाइन आर्किटेक्ट फर्म ने तैयार किया है। हाउसिंग बोर्ड अपनी नई हाउसिंग स्कीम के फ्लैट्स इस प्रकार डिजाइन करेगा कि किसी को भी इनमें वॉयलेशन करने की जरूरत ही पड़े। फ्लैट्स में आधुनिक जरूरत का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
तीन दिन पहले ही पर्यावरण विभाग से सेक्टर- 53 की आवासीय योजना की मंजूरी मिली है। इस महीने के अंत तक टेंडर प्रक्रिया जारी कर दी जाएगी। – राम सिंगला, चीफ इंजीनियर सीएचबी