चंडीगढ़ के लोगों को नहीं आती है गाड़ी पार्क करनी, टेस्ट में इतने लोग फेल
बेतरतीब पार्किंग के लिए पार्किंग सेंस का होना जरूरी है, लेकिन चंडीगढ़ के लोगों में फिलहाल यह काफी कम है। ये दावा ड्राइविंग टेस्ट के दौरान फेल आवेदकों के आंकड़ों से काफी मजबूत दिखता है। पिछले तीन साल में ड्राइविंग टेस्ट में कुल 7940 आवेदक फेल हुए।
इनमें से 34142 यानी 43 प्रतिशत लोग सिर्फ पार्किंग में व्हीकल को ठीक तरह से खड़ी नहीं कर पाने के कारण टेस्ट में फेल हो गए। ड्राइविंग टेस्ट में 29 प्रतिशत वे लोग फेल होते हैं, जिन्हें ट्रैफिक चिह्नों की पहचान नहीं होती। 14 प्रतिशत रेड लाइट जंप करने वाले व 14 प्रतिशत में अन्य लोग आते हैं।
ड्राइविंग टेस्ट में 67 प्रतिशत ही होते हैं पास
वर्ष 2014-16 के दौरान चंडीगढ़ के अंदर कुल 23853 लोगों ने ड्राइविंग टेस्ट दिया था। इसमें 7940 (करीब 33 प्रतिशत) आवेदक अलग-अलग गलतियों के कारण फेल हुए। 15913 आवेदकों ने सफलता पूर्वक पूरा टेस्ट पास कर ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त किया। इसमें वर्ष 2014 में 9822 आवेदकों में 6544 आवेदक पास व 3278 फेल हुए। वर्ष 2015 में 9411 आवेदकों में 6505 आवेदक पास व 2906 फेल हुए। इसके अलावा वर्ष 2016 में कुल 4620 आवेदकों में 2864 पास व 1756 फेल हुए।