प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को सिक्किम का पहला एयरपोर्ट देश को समर्पित करेंगे. पीएम रविवार को ही गंगटोक पहुंच गए हैं, यहां वह लोगों से मुलाकात भी करेंगे. सिक्किम में एयरपोर्ट खुलने से वहां के व्यापार को तो फायदा मिलेगा ही बल्कि पर्यटन के लिहाज से भी ये काम करेगा.
गौरतलब है कि सिक्किम उन राज्यों में शामिल है जहां पर अधिक मात्रा में पर्यटक जाते हैं. ऐसे में अब सिक्किम का विमान सेवा से जुड़ना काफी लाभदायक हो सकता है. सिर्फ पयर्टन या व्यापार ही नहीं बल्कि अन्य मामलों में भी ये काफी लाभदायक है.
साल 2009 में इस हवाई अड्डे की आधारशिला रखे जाने के करीब नौ साल बाद सिक्किम का यह सपना पूरा होगा. यह हवाई अड्डा गंगटोक से करीब 33 किलोमीटर दूर है.
यह हवाई अड्डा 201 एकड़ से ज्यादा जमीन में फैला है और समुद्र तल से 4,500 फुट की ऊंचाई पर बसे पाकयोंग गांव के करीब दो किलोमीटर ऊपर एक पहाड़ी की चोटी पर बनाया गया है.
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) ने इस हवाई अड्डे का निर्माण किया. अभी सिक्किम का सबसे नजदीकी हवाई अड्डा 124 किलोमीटर दूर पश्चिम बंगाल के बागडोगरा में है.
पाकयोंग हवाई अड्डा करीब 605 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है और यह भारत-चीन सीमा से करीब 60 किलोमीटर दूर है.
आने वाले दिनों में मुख्य रनवे के बगल में 75 मीटर लंबी एक अन्य पट्टी के निर्माण के बाद भारतीय वायुसेना इस हवाई अड्डे पर विभिन्न प्रकार के विमान उतार सकेगी.