खुद को दुर्गा बताने वाली ‘राधे मां’ स्वर्ण मंदिर आईं तो ऐसे अनोखे अंदाज में दिखी कि लोग निहारते ही रह गए, देखने वालों की भीड़ जुट गई।
राधे मां पांच दिन के अमृतसर दौरे पर हैं। दूसरे दिन राधे मां श्री हरमिंदर साहिब में नतमस्तक हुईं और जिंदगी के लिए शुक्रिया अदा किया।
राधे मां ने पूरे रीति रिवाज के साथ माथा टेका और प्रसाद ग्रहण किया। लंगर हाल में रोटियां सेंकी, नीचे बैठकर लंगर चखा और फिर जूठे बर्तन भी धोए।
राधे मां ने 10000 प्लेट, 10000 ग्लास और 10000 चम्मच लंगर हाल को दान में दिए। राधे मां ने अपने भक्तों का अभिवादन किया।
दूसरी ओर, श्री हरमंदिर साहिब के एडिशनल मैनेजर राजिंदर सिंह रूबी ने सिरोपा और गोल्डन टेंपल का एक स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।