गुरमीत राम रहीम की गैर हाजिरी में पहली बार डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस रविवार को मनाया गया। स्थापना दिवस पर 25 से 30 हजार अनुयायी हरियाणा, पंजाब और राजस्थान से पहुंचे। खास बात यह रही कि डेरा प्रमुख की माता नसीब कौर के अलावा शाही परिवार का कोई सदस्य 70वें स्थापना दिवस पर डेरा में मौजूद नहीं था। स्थापना दिवस को लेकर प्रशासन की तरफ से डेरा क्षेत्र में सुरक्षा के प्रबंध काफी सख्त रहे। एक दिन पहले पुलिस प्रशासन की तरफ से डेरा में बाहरी लोगों की नो एंट्री की बात कही गई थी, लेकिन डेरा में मेडिकल कैंप और रक्तदान शिविर आयोजित होने के चलते प्रशासन द्वारा बाहर से आने वाले अनुयायियों को डेरा में जाने से नहीं रोका गया। सुबह बठिंडा से सिरसा आने वाली रेलगाड़ी अनुयायियों से खचाखच भरी थी।
ट्रेन, बस व प्राइवेट वाहनों में सवार होकर हजारों अनुयायी सुबह डेरा सच्चा सौदा मुख्यालय पहुंच गए। पुलिस प्रशासन की ओर से डेरा क्षेत्र में लगाए गए नाकों पर प्रत्येक वाहनों की तलाशी के बाद आगे जाने दिया गया। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस की दो कंपनी डेरा मुख्यालय के पास तैनात की गई थी। हर आने-जाने वाले पर सीआईडी व आईबी के कर्मचारी नजर रखे हुए थे। शहर थाना प्रभारी अमित बैनीवाल के नेतृत्व में पुलिस सतनाम चौक के पास सुबह से लेकर रात तक मुस्तैद रही। प्रशासन ने तहसीलदार कुलदीप सिंह को ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किया था। एएसपी नरेंद्र बिजारनिया ने डेरा क्षेत्र में जाकर खुद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
अनुयायियों ने खुद किया सत्संग
स्थापना दिवस पर डेरा पहुंचे हजारों अनुयायियों ने सारी कमान खुद संभाली। अनुयायियों ने डेरा मुखी के भजनों की ऑडियो कैसेट चालकर सत्संग किया और लंगर भी बनाया। महिला अनुयायी लंगर तैयार करती रही और पुरुष लंगर वितरण करते रहे। इसके बाद अनुयायियों ने शिविर में रक्तदान किया।
राम रहीम की मां के अलावा कोई मुख्य सदस्य नहीं दिखा
स्थापना दिवस पर डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन से जुड़ा कोई भी बड़ा शख्स व डेरा प्रमुख की मां को छोड़कर परिवार का कोई सदस्य डेरा में मौजूद नहीं दिखा। इससे पहले हर बार स्थापना दिवस पर डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का सारा परिवार डेरा में मौजूद रहता था। लाखों की संख्या में अनुयायी डेरा में आते थे और बडे़ पैमाने पर स्थापना दिवस में कार्यक्रमों का आयोजन होता। इस बार 70वां स्थापना दिवस मनाया गया।
कैंप में एक हजार रोगियों के स्वास्थ्य की जांच
डेरा में आयोजित मेडिकल कैंप में अलग-अलग बीमारियों से संबंधित करीब एक हजार रोगियों के स्वास्थ्य की जांच की गई। शिविर के दौरान रोगियों को जहां मुफ्त परामर्श दिया गया, वहीं लैब टेस्ट व अन्य कई तरह की जांच में विशेष छूट प्रदान की गई। इसी दौरान एक दर्जन से अधिक बच्चों को नए शिक्षा सत्र के लिए मुफ्त किताबें भी प्रदान की गई। इस अवसर पर आयोजित रक्तदान शिविर में करीब डेढ़ हजार श्रद्धालुओं ने रक्तदान किया।
कोर्ट ने सुनाई है 20 साल कैद
डेरा सच्चा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को सीबीआई कोर्ट ने 28 अगस्त 2017 को साध्वी यौन शोषण मामले में 20 साल कैद की सजा सुनाई थी। इसके बाद से ही डेरा मुखी रोहतक की सुनारिया जेल में सजा काट रहा है। उसके जेल जाने के बाद से डेरा मुख्यालय में कोई बड़ा आयोजन नहीं हुआ। डेरा की अधिकांश गतिविधियों पर सरकार ने विराम लगाया हुआ है।