जम्मू-कश्मीर में सीजफायर की अवधि खत्म होते ही सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ अपने अभियान को तेज कर दिया है. इसी कड़ी में CRPF की 180वीं बटालियन और राष्ट्रीय राइफल्स की 44 बटालियन की संयुक्त टीम ने त्राल इलाके में तीन आतंकियों को मार गिराया है. मारे गए आतंकियों के कब्जे से भारी तादाद में हथियार बरामद किए गए हैं. जिसमें एक AK-47 और दो पिस्टल भी शामिल हैं. मारे गए आतंकियों में दो आतंकी लश्कर-ए-तैयबा और एक आतंकी विदेशी बताया जा रहा है. वहीं इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के सेकेंड इन कमांड संजय कुमार के हाथ में गोली लगी थी. जिन्हें इलाज के लिए 92 बेस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. सेकेंड इन कमांड संजय कुमार की हालत अब स्थिर बताई जा रही है.
सुरक्षाबलों से जुड़ वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार सीआरपीएफ की इंटेलीजेंस टीम को पुलवामा के त्राल इलाके के अंतर्गत आने वाले हयाना गांव में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर सीआरपीएफ की 180वीं बटालियन, जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और राष्ट्रीय राइफल्स की 44 वीं बटालियन के कमांडोज ने सर्च ऑपरेशन चलाया था. मंगलवार शाम करीब 5:15 बजे सुरक्षाबल आतंकियों को घेरने में कामयाब रहे. खुद को सुरक्षाबलों से घिरा पाकर आतंकियों ने गोलियों की बौछार कर दी. जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों की तरफ से आतंकियों की गोलियों का जवाब दिया गया. देर रात तक चली मुठभेड़ में सुरक्षाबल एक के एक करके तीन आतंकियों को मारने में कामयाब रहे.
बुधवार देर रात्रि ऑपरेशन खत्म होने के बाद सुरक्षाबलों ने मौके की तलाशी ली. जहां से तीन आतंकियों के शव बरामद किए गए. इनमें दो आतंकियों की पहचान लश्कर-ए-तैयबा और एक आतंकी की पहचान विदेशी आतंकवादी के तौर पर की गई है. उल्लेखनीय है कि आतंकियों से चल रही मुठभेड़ में एक गोली CRPF के सेकेंड इन कमांड संजय कुमार के हाथ में लग गई थी. जिसके बाद उन्हें सेना के 92 बेस हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. जहां उनकी हालत स्थिर है. आप को बता दें कि सेंकेंड इन कमांड संजय कुमार को तीन बार बहादुरी के लिए राष्ट्रपति के पुलिस मेडल से सम्मानित किया जा चुका है.