डेरा सच्चा सौदा प्रमुख संत गुरमीत सिंह राम रहीम की पेशी के दिन पंचकूला हिंसा में मारे गए डेरा समर्थकों के परिजनों को फिर मुआवजे की मांग उठ गई है। बीते दिनों की तरह से इस बार भी स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने जाट आरक्षण आंदोलन की तरह से पंचकूला हिंसा के मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है। विज ने कहा कि वह अपनी पुरानी बात पर अडिग हैं और सरकार को इस बारे में गहनता से विचार करना चाहिए। विज ने कहा कि पंचकूला हिंसा में मारे गए लोगों के जल्द डैथ सर्टीफिकेट जारी किए जाएंगे।
उन्होंने इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक से भी बात की और उन्हें तुरंत मृतकों के डैथ सर्टीफिकेट जारी करने के आदेश दिए। विज ने कहा कि जिन लोगों का पोस्टमार्टम सरकारी अस्पतालों में हुआ और जिनके पास भी पोस्टमार्टम की रिपोर्ट है, उन सभी को डैथ सर्टीफिकेट जारी होंगे। मृतकों के परिजन रिपोर्ट के साथ विभाग द्वारा तय फार्म भरकर अपने सर्टीफिकेट हासिल कर सकते हैं। 25 अगस्त को डेरामुखी गुरमीत राम रहीम को दोषी ठहराए जाने के बाद हुई हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई थी। बता दें कि हिंसा के दौरान मारे गए लोगों के परिजनों को करीब 7 महीने बाद तक भी डैथ सर्टीफिकेट नहीं मिले हैं।
सर्टीफिकेट नहीं मिलने की वजह से मृतकों के परिजनों के कई मांगें लटकी हुई हैं। यह मामला अब पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में भी पहुंच चुका है। इधर, याचिका दायर करने वाले डेरा समर्थकों ने पंचकूला में सभी घटनाओं के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। यही नहीं, मृतकों की संख्या भी बहुत अधिक होने का दावा किया गया है।