जेएनएन, चंडीगढ़। पंजाब में नशे का कहर जारी है। राज्य में दो दिन में नशे के कारण सात लोगों की मौत को गई। बुधवार को फिरोजपुर के एक गांव में नशे ओवरडोज के कारण एक युवक ने दम तोड़ दिया। मंगलवार को फिरोजपुर, तरनतारन, नवांशहर, मानसा व गुरदासपुर में नशे की ओवरडोज के कारण पांच युवकों की मौत हो गई थी। बठिंडा में नशा न मिलने पर एक युवक ने सुसाइड कर लिया। राज्य में पिछले 33 दिनों में नशे के कारण 42 युवाओं मौत हो चुकी हैं।
इस बीच मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ड्रग्स की ओवरडोज में मरने वालों के मामले में धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) लगाने को कहा है। ऐसा इसलिए किया गया है, क्योंकि यह धारा लगाने के बाद पुलिस के लिए पोस्टमार्टम करवाना जरूरी हो जाता है। ऐसे में मौत के सही आंकड़ों व कारणों का पता लगाया जा सकेगा।
पंजाब कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ का मानना है कि नशे की सप्लाई चेन टूटने के कारण ही नशा करने वाले दूसरे नशीले पदार्थों को मिक्स करके नशा ले रहे हैं। ऐसे में पोस्टमार्टम से स्थिति स्पष्ट होगी। उन्होंने कहा कि नशे की सप्लाई में जो भी शामिल होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बुधवार को फ़िरोजपुर जिले में गांव लखा सिंह वाला में रिछपाल सिंह नामक युवक की की नशे की वजह से मौत हो गई। बताया जाता है कि उसकी मौत नशेे के आेवरडोज के कारण हुई। दूसरी तरफ मंगलवार को फिरोजपुर में चार साल से नशा ले रहे टोनी (25) ने सिविल अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिले में एक हफ्ते में सात लोगों की मौत हो चुकी है।
तरनतारन के खडूर साहिब के गांव जोधपुर निवासी बलविंदर सिंह (16) की इंजेक्शन से नशा लेने के चलते मौत हो गई। नवांशहर के बलाचौर में मंगलवार को आदित्य उर्फ दमन (18) का शव खाली प्लॉट में पड़ा मिला। वह काफी समय से नशा कर रहा था।
उधर, मानसा जिले के बोहा के बिट्टू सिंह (26) की भी नशे के कारण जान चली गई। वहीं, बठिंडा में नशे के लिए पैसे न मिलने पर अभिमन्यु उर्फ मैक्स (28) ने रेलवे सिग्नल से कपड़ा बांध कर फंदा लगा ली। वह दस साल से नशा कर रहा था। गुरदासपुर के कस्बा कलानौर के गांव छोड़ के गुरमीत सिंह (29) ने भी नशे के चलते दम तोड़ दिया। उसके भाई की भी नशे के कारण ही मौत हुई थी।