पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के नाम पर प्राइवेट स्कूलों का बोर्ड की परीक्षाओं में शर्तिया पास कराने के गोरखधंधे का खुलासा हुआ है। बोर्ड ने बार्डर एरिया में बने 7 प्राइवेट स्कूलों की मान्यता रद्द कर दी है जो इस गोरखधंधे के सूत्रधार बताए जा रहे हैं। बार्डर एरिया में बसे इन स्कूलों में पंजाब के कई शहरों के स्टूडैंट्स का सैंटर बनाया जाता था और उन्हें मनमाने पैसे लेकर धड़ल्ले से नकल करवाई जाती थी। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के सचिव कृष्ण कुमार ने हाल ही में तरनतारन जिले के पट्टी एरिया में छापा मारकर इन स्कूलों में चल रही कारगुजारियों का पर्दाफाश किया। इतना ही नहीं, तुरंत इन प्राइवेट स्कूलों की मान्यता रद्द करने के आदेश भी दिए। 7 स्कूलों की मान्यता तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी गई है।
बोर्ड के प्रवक्ता ने बताया कि घटना का खुलासा अंग्रेजी के पेपर के दौरान हुआ जब स्कूलों में बने सैंटरों पर पंजाब के मोहाली, चंडीगढ़, पंचकूला, डेराबस्सी, कालका, पटियाला, रोपड़, खरड़, लुधियाना, बङ्क्षठडा, मुक्तसर, अमृतसर, जालंधर, नवांशहर, होशियारपुर, संगरूर और हरियाणा के अंबाला, कुरुक्षेत्र, करनाल आदि के स्टूडैंट्स मौजूद थे जिन्होंने हंगामा कर दिया।
जालंधर से पहुंचे स्टूडैंट्स ने खुलासा किया कि इन स्कूलों ने हमसे 20 हजार से लेकर 70 हजार रुपए लिए थे और पास करवाने का आश्वासन दिया था। बाकायदा उन्हें वही सैंटर अलॉट किए गए जहां नकल करने व कराने का पूरा इंतजाम था। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार की जानकारी में सामने आया कि इन स्टूडैंट्स को ओपन स्कूल शिक्षा के नाम पर प्राइवेट स्कूल दाखिल करते थे। पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड से इनके रोल नंबर लिए जाते थे। प्राइवेट स्कूल इन स्टूडैंट्स को शॢतया पास करवाने की गारंटी देते थे। स्टूडैंट्स और बोर्ड प्रवक्ता ने बताया कि उनसे इन प्राइवेट स्कूल संचालकों ने 20 हजार रुपए से लेकर 70 हजार रुपए तक लिए। उन्हें कहा गया कि सरहदी एरिया में ऐसी जगह सैंटर बनाए जाएंगे जहां पंजाब स्कूल एजुकेशन बोर्ड के दस्ते विरले ही पहुंचते हैं। यहां नकल करवाने का पूरा-पूरा प्रबंध किया जाएगा। इसी सूचना के आधार पर शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार और उनकी टीम ने इस गोरखधंधे के तार खोले। 28 फरवरी को अंग्रेजी जबकि 3 मार्च को पंजाबी का पेपर था जिस दौरान यह गोरखधंधा सामने आया। कृष्ण कुमार ने तरनतारन के एस.डी.एम. को इन तमाम स्कूलों का रिकार्ड सील करने के आदेश दिए हैं ताकि अन्य नाम भी सामने आ सकें जो गोरखधंधे में शामिल हैं।
स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड के प्रवक्ता कोमल सिंह ने बताया कि तरनतारन के पट्टी जिले में सरहद पर स्थित 7 प्राइवेट स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया है। इन स्कूलों में यूनाइटेड सीनियर सैकेंडरी स्कूल खेमकरण, गुरुकुल पब्लिक स्कूल बी.एस.एफ. हैडक्वार्टर, खेमकरण, हरि सिंह नलवा पब्लिक स्कूल पुनिया, संत सिपाही पब्लिक स्कूल ध_ा, शहीद भगत सिंह स्कूल वल्टोहा, श्री बालाजी सीनियर सैकेंडरी स्कूल खेमकरण और दशमेश सीनियर सैकेंडरी स्कूल वल्टोहा शामिल हैं। बोर्ड अधिकारी हरगुणजीत कौर ने एफिलिएशन रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे एक माह पहले दशमेश सीनियर सैकेंडरी स्कूल वल्टोहा की मान्यता रद्द कर दी गई थी क्योंकि स्कूल की लगातार नियमों की उल्लंघना की शिकायतें मिल रही थीं।
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिन्ह
पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड भले ही नकल विरोधी अभियान के खिलाफ कार्रवाई कर अपनी जिम्मेदारी से बच रहा हो लेकिन इस कार्रवाई से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कहा जा रहा है कि बोर्ड के कई मुलाजिम भी इस गोरखधंधे में शामिल हैं। इससे पहले भी बोर्ड के मुलाजिमों पर आरोप लग चुके हैं कि वे पैसा लेकर प्राइवेट स्कूल संचालकों के साथ गोरखधंधा चलाते हैं। हालांकि इस मामले में अभी तक बोर्ड के किसी अधिकारी या कर्मचारी का नाम सामने नहीं आया है लेकिन घटना बोर्ड की कार्यप्रणाली पर सवाल जरूर छोड़ गई है क्योंकि स्टूडैंट्स का जो वीडियो जारी हुआ है, रोल नंबर बोर्ड की ओर से ही जारी किए गए हैं।