पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) ने मंगलवार को 12वीं का गणित का पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द कर दी। अब 31 मार्च को दोबारा परीक्षा ली जाएगी। इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने के आदेश दिए गए हैं। बोर्ड द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज करवाने का फैसला लिया गया है। बोर्ड के चेयरमैन मनोहरकांत कलोहिया ने पेपर कैंसिल करने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के भविष्य को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में जो भी व्यक्ति दोषी पाया जाएगा, उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार रात से ही 12वीं का गणित का पेपर लीक होने की अफवाह फैल गई थी। इसके बाद मंगलवार सुबह बोर्ड को व्हाट्सएप पर गणित का प्रश्न पत्र लीक होने की सूचना मिली। इसकी सूचना मिलते ही बोर्ड अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसके बाद बोर्ड में मैराथन मीटिंगों का दौर शुरू हो गया। सूत्रों से पता चला है इसके बाद बोर्ड ने जिला शिक्षा अधिकारियों व परीक्षा कंट्रोलरों को मेल के माध्यम से पेपर मुहैया करवाने का फैसला लिया। हालांकि डीईओ और परीक्षा कंट्रोलरों ने इस बात को लेकर अपने हाथ खड़े कर दिए।
उनका कहना था कि उनके पास प्रिंटर व अन्य सुविधाएं नहीं हैं, ऐसे में परीक्षा करवाना उचित नहीं है। इसके बाद बोर्ड तुरंत इस मामले को अधिकारियों के ध्यान में लाया। उनका कहना था कि ऐसे में परीक्षा प्रभावित होगी। इसके बाद बोर्ड के चेयरमैन, सचिव हरगुनजीत कौर और परीक्षा कंट्रोलर समेत अन्य उच्च अधिकारियों की हुई मीटिंग में पेपर को कैंसिल करने का फैसला लिया गया। पंजाब में पेपर लीक होने का यह पहला मामला नहीं है। कुछ साल पहले लुधियाना में भी पेपर लीक हुआ था।
पुराने सेंटरों पर होगी परीक्षा, एसएमएस से मिलेगी जानकारी
बोर्ड अधिकारियों ने बताया कि 31 मार्च को होने वाली परीक्षा पहले से अलॉट परीक्षा केंद्रों और रोल नंबर पर ही ली जाएगी। विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखकर इस बारे में एसएमएस के माध्यम से सूचित किया जाएगा।
लुधियाना में हुआ पेपर लीक
बोर्ड सूत्रों से पता चला है कि यह पेपर लुधियाना में लीक हुआ था। पेपर लुधियाना में कैसे लीक हुआ, इसमें कौन लोग शामिल हैं, इसकी जांच बोर्ड द्वारा की जा रही है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड द्वारा पेपर बैंकों के माध्यम से परीक्षा केंद्रों में मुहैया करवाए जाते हैं। दूसरी तरफ बोर्ड द्वारा नकल रोकने के लिए कई दस्ते गठित किए गए हैं। इनमें रिटायर्ड आईएएस व आईपीएस अधिकारी शामिल हैं। इसके अलावा शिक्षा सचिव और चेयरमैन खुद भी परीक्षा केंद्रों की जांच करते रहे हैं।
निराश लौटे विद्यार्थी
बोर्ड से मिली जानकारी के अनुसार, गणित की परीक्षा में 552723 रेगुलर और 679 ओपन स्कूल के विद्यार्थियों को शामिल होना था। सेंटरों पर परीक्षा देने के लिए विद्यार्थी पहुंच गए थे, लेकिन उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा। सूत्रों से पता चला है कि कुछ सेंटरों पर पेपर लेने के लिए उत्तर पुस्तिकाएं तक बांट दी गई थीं। इसके बाद दोपहर तीन बजे पेपर कैंसिल किया गया।