परीक्षा छूटने के बाद रहा जाम
पीयू में रविवार को पीएचडी और एमफिल में दाखिले के लिए एंट्रेस एग्जाम आयोजित किया गया, जिसमें हजारों स्टूडेंट्स ने किस्मत आजमाई। करीब 2787 उम्मीदवारों ने एग्जाम दिया। इसमें पीयू में 14 सेंटर बनाए गए। परीक्षा सुबह नौ से दोपहर 1.30 बजे तक हुई। पंजाब यूनिवर्सिटी में इस दौरान 14 सेंटर बनाए गए थे।
रविवार को पीयू में पीएचडी और एमफिल केलिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें राजनीतिक विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, मास कम्युनिकेशन, हिंदी, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान सहित कई विषयों के लिए पीएचडी और एमफिल के एग्जाम के लिए गए। इस दौरान स्टूडेंट्स ने एग्जाम दिया। इसमें सभी विषयों पर एग्जाम में 100 प्रश्न पूछे गए थे। एंट्रेंस टेस्ट देने के बाद स्टूडेंट्स को चेहरे खिले हुए थे।
इसमें पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश , दिल्ली सहित अन्य जगहों से स्टूडेंट्स एग्जाम देने आए। भिवानी से आए रमेश मलिक ने बताया कि एग्जाम के लिए सेंटर्स खोजने में सुबह के समय परेशानी हुई। वहीं पंजाब से आए राजेश कुमार ने बताया कि पेपर ठीक था। उन्होंने बताया कि उनकी प्राथमिकता पीएचडी में दाखिला लेना है। वह राजनीति विज्ञान से पीएचडी करना चाहते है। पूरा सिलेबस राजनीति विज्ञान से आया था।
कैबिनेट मिनिस्टर ने दिया एग्जाम
पीएचडी और एमफिल की संयुक्त प्रवेश परीक्षा में पंजाब के कैबिनेट मिनिस्टर चरनजीत सिंह चन्नी ने पीएचडी के लिए एग्जाम दिया। उन्होंने बताया कि पीयू की ओर से इस परीक्षा का आयोजन बेहतर तरीके से किया गया है।
परीक्षा छूटने के बाद रहा जाम
जैसे ही 1:30 बजे प्रवेश परीक्षा खत्म हुई। वैसे ही पीयू में आधे घंटे जाम के हालात बन गए। इस दौरान पीयू के गेट नंबर एक और दो पर वाहनाें का काफिला निकला। इस दौरान आघे घंटे जाम की स्थिति बनी रही। वहीं पीयू की ओर से सिक्योरिटी की व्यवस्था भी की गई थी। वहीं एग्जाम छूटने के बाद पंजाब एवं हरियाणा के जिलों से आए स्टूडेंट्स को परेशानी का सामना करना पड़ा है।