एक बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ में जा घुसी और इस हादसे में तीन युवकों की मौत हो गई। एक युवक चार बहनों का इकलौता भाई थी। घटना पंजाब के अबोहर की है। मलोट रोड स्थित लोटस पार्क के नजदीक शुक्रवार की रात बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई।
हादसे में बाइक पर सवार दो सगे भाइयों और एक किशोर की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक किशोर अपनी चार बहनों का इकलौता भाई था। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेजे हैं। शनिवार सुबह घटना का समाचार सुन विधायक अरुण नारंग ने अस्पताल पहुंचकर मृतकों के परिवारों संग दुख सांझा किया।
मुक्तसर जिले के गांव पक्की टिब्बी निवासी रवि कुमार ने बताया कि उसका भाई 21 वर्षीय सुरेंद्र पुत्र राम किशन, भाई शशि और उनका रिश्तेदार 15 वर्षीय जग्गू पुत्र गुरनाम सिंह लकडी़ मिस्त्री का काम करते थे। शुक्रवार को तीनों अबोहर में काम पर आए हुए थे। रात साढ़े नौ बजे तीनों एक बाइक पर सवार होकर वापस गांव टिब्बी आ रहे थे। मलोट रोड स्थित लोटस पार्क के निकट बाइक अनियंत्रित होकर पेड़ से टकरा गई। इसमें तीनों की मौत हो गई।
हेलमेट होता तो शायद बच जाती जान
तीनों में से किसी के पास हेलमेट नहीं था। तीनों की मौत सिर की भयंकर चोट के कारण हुई है। जग्गू सिंह चार बहनों का इकलौता भाई था और अपने बूढ़े माता पिता का इकलौता सहारा था। इतना ही नहीं सुरेंद्र व शशि दोनों सगे भाईयों की भी मौत परिवार के लिए पहाड़ बनकर टूटी।
शशि की मंगनी तीन माह पहले ही मलोट निवासी एक लड़की से हुई थी और कुछ माह बाद ही उसकी शादी होनी थी। घटना का पता चलते ही विधायक अरुण नांरग अस्पताल पहुंचें और मृतकों के परिजनों संग दुख सांझा किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार सड़क हादसे का शिकार होने वाले लोगों की किसी प्रकार की आर्थिक मदद नहीं देती है।
राजस्थान व अन्य राज्यों में सड़ हादसे में अकाल मृत्यु का शिकार होने वाले लोगों के परिजनों को 50 हजार रुपये तुरंत सहायता राशि देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि वह विधानसभा में यह मुद्दा भी उठाएंगे ताकि मृतकों के परिजनों को कुछ सहारा मिल सके।