ब्राजील फीफा विश्व कप में बिजली कटौती से बचने के उपाय कर रहा है जब कि भारत में क्रिकेट के लिए ऐसा कोई सोच भी नहीं सकता
भारत में क्रिकेट की दीवानगी बेइंतहा है. भारत में क्रिकेट और उसके फैंस को देखकर लगता है कि यह दुनिया का सबसे लोकप्रिय खेल है. लेकिन ऐसा नहीं है. वहीं कई देश ऐसे भी हैं जो क्रिकेट को एक समय नष्ट करने वाला खेल मानते हैं. क्या हम सरकार से उम्मीद कर सकते हैं कि वह ऐसा कदम उठाए कि भारत के क्रिकेट फैंस को टीवी पर मैच देखने में कोई दिक्कत हो. लेकिन फुटबॉल के खेल को लेकर ऐसा ही कुछ ब्राजील में होने जा रहा है.
शायद अभी भारत में क्रिकेट की इतनी दीवानगी न हो कि वह सरकार को हिला दे लेकिन दीवानगी में, फैन फोलोइंग में, दीवानगी की हद में फुटबॉल एक खेल ऐसा है जो क्रिकेट पर भारी है. कई देशों में तो फुटबॉल, या कि सॉकर जो कि खेल का नाम है, का आलम यह है कि सरकार तय करने में भी इस खेल की ही अहम भूमिका होती है. सरकार को इन देशों में फुटबाल प्रेमियों का ऐसा ही ख्याल रखना पड़ता है जैसे कि किसी देश में जनता का. ऐसा ही कदम उठाने की तैयारी ब्राजील सरकार को भी करनी पड़ रही है और वह भी ऐसे समय पर जब फीफा वर्ल्डकप की वजह से फुटबॉल फीवर दुनिया भर में अपने चरम पर है.
जी हां क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि भारत सरकार यह व्यवस्था करे कि साल 2019 में होने वाले आईसीसी क्रिकेट वर्ल्डकप को देखने के लिए भारतीय दर्शकों को कोई दिक्कत न हो और सरकार यह सुनिश्चि करे कि भारत के मैचों के दौरान देश में लाइट न जाए जिससे देश टीम इंडिया के सभी मैच बिना किसी व्यवधान के देख सके. शायद नहीं लेकिन ब्राजील सरकार ऐसी ही कोशिश कर रही कि ब्राजील के देशवासी फीफा वर्ल्ड के मैच बिजली जाने की वजह से कोई मैच मिस न कर दें.
आधिकारिक सूत्रों के हवाले से यह जानकारी मिली है कि रूस में फीफा विश्व कप टूर्नामेंट के आयोजन के दौरान बिजली आपूर्ति में किसी भी प्रकार की कमी न हो इसके लिए ब्राजील की इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर मोनिटरिंग कमिटी (सीएमएसई) ने विशेष परिचालन उपायों की घोषणा की है.
खास योजना बना रहा है ब्राजील
सीएमएसई द्वारा घोषित किए गए उपायों में एक उपाय है विश्व कप में ब्राजील टीम के मैचों के दौरान नेशनल इंटरकनेक्टिड सिस्टम (एसआईएन) के परिचालन सुरक्षा में वृद्धि करना. इसके लिए एक खास अभियान जारी किया जाएगा.
खान और उर्जा मंत्राल्य द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, इस अभियान की शुरुआत ब्राजील के मैचों की शुरुआत से दो घंटे पहले किया जाएगा, जो मैच की समाप्ति के दो घंटे बाद तक चलता रहेगा. इसके अलावा, फीफा विश्व कप के उद्घाटन समारोह और समापन समारोह के दौरान भी यह अभियान जारी किया जाएगा.
अच्छी नहीं है ब्राजील में बिजली आपूर्ति की हालत
इस अभियान का लक्ष्य विश्व कप के दौरान बिजली की आपूर्ति को मजबूत करना है और ऐसा भी नहीं है कि ब्राजील में बिजली का कोई संकट नहीं है. ब्राजील का हाल भारत के कई राज्यों से भी ज्यादा खराब है. पिछले साल मार्च के माह में ब्राजील के 13 राज्यों बिजली की कटौती से प्रभावित हुए थे और करीब सात करोड़ लोगों को इस परेशानी का सामना करना पड़ा था.
इस खबर से क्या भारतीय क्रिकेट प्रेमी भारत सरकार से उम्मीद कर सकते हैं कि वह कोई प्रेरणा लेगी और 2019 में वर्ल्डकप से पहले यह सुनिश्चित करेगी कि देश को विराट सेना के मैच देखने में कोई बिजली कटौती जैसी बाधा न आए!