बच्चों से केवल मां-बाप या फिर वहीं मिले जिसे बच्चा जानता हो
प्रद्युम्न हत्याकांड के बाद शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने अपने अधीन आते स्कूलों को लेकर और कड़े नियमों को लागू कर दिया है। एसजीपीसी के प्रधान प्रो. किरपाल सिंह बडूंगर ने इस संबंध में बुलाई बैठक के बाद आदेश जारी किया कि स्कूल की दहलीज लांघते ही बच्चों की जिम्मेदारी स्कूल प्रबंधन की होगी।
बच्चों की निगरानी और उनकी सुरक्षा के लिए सिक्योरिटी गार्ड के साथ-साथ सीसीटीवी का प्रयोग किया जाए। किसी भी स्कूल में सीसीटीवी खराब मिला तो स्कूल के प्रबंधक की छुट्टी तय है। स्कूल में बच्चों से केवल मां-बाप या फिर वहीं मिले जिसे बच्चा जानता हो। जब कोई बाहरी व्यक्ति बच्चों से मिलने आए तो स्कूल स्टाफ का वहां मौजूद होना लाजिमी है। स्कूल में सुबह की हाजिरी के बाद दोपहर को भी हाजिरी लगनी चाहिए। क्लास टीचर बच्चों के क्लास में पहुंचने से पहले और जाने के बाद ही जाएंगे। स्कूल के वाहन चालकों को स्कूल के गेट से अंदर आने के लिए स्पेशल मंजूरी लाजिमी कर दी गई है।
इसी के साथ ही एसजीपीसी ने सभी स्कूलों के प्रबंधक टीम को बता दिया है कि कोई भी गलती बर्दाश्त नहीं होगी, सिक्योरिटी व एजूकेशन पर एसजीपीसी समझौता नहीं करेगी। पुख्ता इंतजाम के लिए फंड की कमी नहीं आने दी जाएगी। बैठक में सचिव अवतार सिंह सांपला, एडिशनल सचिव महिंदर सिंह और डायरेक्टर (शिक्षा) जतिंदर सिंह शामिल रहे। एसजीपीसी के अधीन आते करीब सवा सौ स्कूल-कालेजों में नए नियमों को लागू किया गया है