बदरीनाथ धाम

बदरीनाथ धाम में 12 साल बाद मई में हुआ हिमपात

बदरीनाथ में 12 वर्ष बाद मई में हिमपात हुआ है। इससे पहले वर्ष 2006 मई में बर्फ गिरी थी है। मौसम खराब होने के कारण केदारनाथ लिए हेली सेवाएं करीब साढ़े तीन घंटे बाधित रहीं।

बरसात से पहले ही बारिश पहाड़ों की परीक्षा लेने लगी है। बदरीनाथ और केदारनाथ में बर्फबारी हुई तो गंगोत्री-यमुनोत्री में बारिश का दौर जारी है। बदरीनाथ में 12 वर्ष बाद मई में हिमपात हुआ है।

इससे पहले वर्ष 2006 मई में बर्फ गिरी थी है। मौसम खराब होने के कारण केदारनाथ लिए हेली सेवाएं करीब साढ़े तीन घंटे बाधित रहीं। वहीं कुमाऊं के पिथौरागढ़ जिले में जबरदस्त बारिश के कारण मुनस्यारी के एक प्राथमिक विद्यालय समेत दस मकानों में मलबा घुस गया। हालांकि इस सब के बीच चार धाम यात्रा सुचारु है।

इस बार मई की शुरुआत से ही मौसम ने तेवर दिखाने शुरू कर दिए हैं। सुबह से बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री में रुक-रुक कर बारिश हो रही है।

दोपहर में एकाएक बदरीनाथ और केदारनाथ में बर्फ गिरने लगी। हालांकि यह ज्यादा देर नहीं टिकी, लेकिन आधा घंटे तक हुए हिमपात का यात्रियों ने भी आनंद लिया।वहीं चारों धाम में आसपास की चोटियां बर्फ से लकदक हैं। केदारनाथ में घने कोहरे और बारिश के कारण पूर्वाह्न 11 बजे से दोपहर बाद 2.30 बजे तक हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके। मौसम साफ होने पर भी उड़ान संभव हो सकी।

दूसरी ओर कुमाऊं के पिथौरागढ़ में भी बारिश ने मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। मुनस्यारी के मानीधामी में बारिश के दौरान निर्माणाधीन सड़क का मलबा प्राथमिक विद्यालय के साथ ही आसपास के दस मकानों में घुस गया।

मंगलवार से आंधी और ओलावृष्टि के आसार

उत्तराखंड में अगले 24 घंटे में मौसम नरम रहेगा, लेकिन मंगलवार से इसमें बदलाव की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक आठ, नौ और दस मई को राज्य में 70 से 80 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ ही ओलावृष्टि भी हो सकती है।

बिक्रम सिंह, निदेशक (मौसम विज्ञान केंद्र, देहरादून) का कहना है कि आमतौर मई-जून में उत्तर भारत में दक्षिण पूर्व की ओर से आने वाली हवा के कारण मौसम शुष्क रहता है। इस बाद हवा उत्तर पश्चिम की ओर से आ रही है, जिससे मौसम में बदलाव आ रहा है।

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