सांसद किरण खेर ने यू.टी. प्रशासन के सामने शहर में बच्चों द्वारा मांगी जा रही भीख से लोगों को आ रही परेशानी का मुद्दा उठाया है। चंडीगढ़ प्रशासक के सलाहकार परिमल राय और एस.एस.पी. जगदले नीलांबरी विजय को लिखे अलग-अलग पत्रों में उन्होंने इस मामले को निजी तौर पर देखने और पुलिस कर्मियों को बच्चों द्वारा मांगी जा रही भीख की समस्या को खत्म करने को कहा है। पत्र में खेर ने स्पष्ट किया है कि शहर के निवासी बाल भिखारियों से काफी पीड़ित हैं।
खासकर शहर के राउंडअबाउट्स, ट्रैफिक लाइट प्वाइंट्स और बाजारों में बाल भिखारियों की संख्या काफी रहती है जो लोगों को परेशान करते हैं। अपने पत्र में उन्होंने आगे स्पष्ट किया है कि भीख मांगने के कारण बच्चे शिक्षा से वंचित रह जाते हैं और इससे उनके बाल अधिकारों का भी हनन होता है और ऐसे बच्चों को शारीरिक, मौखिक और यौन शोषण का का भी सामना करना पड़ सकता है।
बाल भिखारियों के कारण चंडीगढ़ के लोगों को परेशानी आती है क्योंकि वे अकसर ट्रैफिक लाइट्स पर उनके वाहनों के सामने आ जाते हैं और कई बार पैसे मांगने के लिए उनके वाहनों की खिड़कियों को जोर-जोर से पीटते हैं। ऐसे बाजारों में भी बाल भिखारी पैसे मांगने के लिए लोगों के पीछे पड़ जाते हैं। खेर के अनुसार शहर के लोग उनके कार्यालय में यह शिकायत लेकर आते हैं कि प्रशासन की ओर से इस समस्या को खत्म करने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे।