देश के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक बैंक ऑफ इंडिया (बी.ओ.आई.) ने लागत को कम करने के लिए लगभग 400 ए.टी.एम्ज को बंद करने की योजना तैयार की है। बैंक अपनी कोस्ट कटिंग मुहिम के तहत फरवरी, 2018 तक और 300 ए.टी.एम्ज को बंद करने की योजना पर काम कर रहा है। यानी कि बी.ओ. आई. 700 ए.टी.एम्ज को बंद कर सकता है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार बैंक ए.टी.एम. को बंद करने का निर्णय लेने से पहले ग्राहक की आवश्यकताओं, उपयोग पैटर्न और स्थान पर विचार कर रहा है। अप्रैल में बैंक ने 90 ए.टी.एम्ज को बंद कर दिया था। एन.पी.ए. को कम करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंक ऑफ इंडिया के खिलाफ तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई शुरू की है।
बैंक की कुल संपत्ति की गुणवत्ता हाई एन.पी.ए. के कारण खराब हो गई है। मार्च, 2017 के अंत में बैंक ऑफ इंडिया का कुल एन.पी.ए. बढ़कर 13.22 प्रतिशत हो गया था, जो पिछले साल 13.07 प्रतिशत था। बैंक ऑफ इंडिया की वैबसाइट पर एक प्रैजैंटेशन के मुताबिक बी.ओ.आई. ने पहले ही देश में ए.टी.एम. की संख्या कम कर ली थी। पिछले साल दिसम्बर में ए.टी.एम्ज की संख्या 7807 थी जो अप्रैल में घटकर 7717 हो गई। हालांकि बी.ओ.आई. के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीनबंधु महापात्रा का कहना है कि बैंक काफी पहले से ही बदलाव की योजना पर काम कर रहा है।