हुसैनीवाला स्थित बी.एस.एफ. के अजायबघर में आने वाले पर्यटक अब शहीद भगत सिंह के पिस्तौल को सही ढंग के साथ देख सकेंगे और इसके साथ सैल्फी भी खींच सकेंगे क्योंकि बीएसएफ की तरफ से शहीद के पिस्तौल को मौजूदा छोटे बक्से की जगह अब नए बक्से में रखा जाएगा।
सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के डायरैक्टर जनरल के.के. शर्मा ने बताया कि अजायबघर में शहीद का पिस्तौल इस ढंग के साथ रखा जाएगा कि यहां आने वाले लोग इसे सही ढंग के साथ देख सकें और इसके साथ सैल्फी भी खींच सकें। उन्होंने बीएसएफ के पंजाब फ्रिंटियर के आईजी को इस सम्बन्धित सख्त हिदायत करते कहा कि शहीद के पिस्तौल को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रखा जाए।
इस समय यह पिस्तौल कांच और एलुमिनियम की गरिल्लों के साथ बने बक्से में रखा हुआ है। यहां आने वाले पर्यटकों, जिन में इतिहासकार और मीडियाकर्मी भी शामिल हैं, ने कई बार मांग की थी कि इस पिस्तौल को सही ढंग के साथ प्रदर्शित किया जाए।
जिक्रयोग्य है कि यह वह पिस्तौल है जिसके साथ शहीद भगत सिंह ने 17 दिसंबर 1928 को जेपी सांडर्स को गोली मारी थी। यह पिस्तौल लापता होने के बाद नवंबर 2016 में इन्दौर के अजायबघर से बरामद हुआ था।