मौड़ मंडी ब्लास्ट में अपने बेटे कोेे खो देने वाले सैनिक कीर्तन सिंह ने बुधवार को आरोप लगाया कि जस्सी ने गंदी राजनीति के तहत डेरा मुखी से मिलकर अपनी रैली के पास ब्लास्ट करवाया था। अगर पुलिस कांग्रेेस नेता जस्सी को हिरासत में लेकर बिना दबाव के पूछताछ करे तो ब्लास्ट का पूरा सच लोगों के सामने आ जाएगा और पीड़ित परिवारों को इंसाफ नही मिलेगा।
विशेष बातचीत में कीर्तन सिंह ने आरोप लगाया कि ब्लास्ट के बाद जस्सी ने कभी पीड़ित परिवारों की सार नहीं ली और न ही कभी जस्सी उनके साथ कहीं गए। वह पांच बार जस्सी से मिलकर कह चुके हैं कि ब्लास्ट की सीबीआई जांच करवाने संबंधी मीडिया में बयान जारी करें, लेकिन जस्सी ने उन्हें यह कहते वापस भेज दिया कि मैं कोई बयान दूंगा तो आरोपी सचेत हो जाएंगे।
इसके बाद वह मनप्रीत बादल से मिलने चंडीगढ़ गए तो उन्होंने भी यह कहते वापस भेज दिया कि कैप्टन साहिब की कोठी जाओ। मैंने आप को नहीं बुलाया है। पीड़ित परिवारों को मुआवजे की मांग को लेकर डिप्टी कमिश्नर बठिंडा से मिले तो उनका भी साफ कहना था कि ब्लास्ट में जो मरे हैं वो बच्चे हैं, उनके सिर पर कौन सा घर चलता था। ब्लास्ट के लिए कार तैयार करने वाले मैकेनिक गुरतेज सिंह काला की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी ने तीन राज्यों में छापामारी की है,
लेकिन अब तक वह पुलिस के हाथ नहीं लगा है। एसआईटी में शामिल डीआईजी रणबीर सिंह खटडा ने बताया कि बुधवार को भी पुलिस ने पंजाब और हरियाणा के कई जगहों पर छापामारी की है। काला को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस सूत्रों की मानें तो काला के अति नजदीकियों को पुलिस ने हिरासत में ले रखा है और लगातार उनसे काला के ठिकानों के बारे में जानकारी हासिल की जा रही है। इसके अलावा पुलिस काला के परिजनों की गतिविधियों पर नजर भी बनाए हुए हैं।
सैनिक कीर्तन सिंह ने मांग की है कि इस मामले की अगर सीबीआई जांच करवाई जाए तो जस्सी व डेरा मुखी का कनेक्शन सामने आ जाएगा। पुलिस सूत्रों ने बताया कि पुलिस जांच में यह तो पहले ही सामने आ चुका है कि ब्लास्ट में उपयोग की गई कार में वही केमिकल उपयोग किया गया है, जिसका पंचकूला हिंसा में डेरा प्रेमियों ने उपयोग किया था। लेकिन ब्लास्ट करवाने से किसको फायदा मिलना था और किसका नुकसान होना था, यह खुलासा तो काला की गिरफ्तारी के बाद ही संभव हो सकेगा।
सीबीआई जांच करवाने के लिए हाईकोर्ट में दाखिल की याचिका
कीर्तन सिंह ने कहा कि ब्लास्ट मामले की सीबीआई से जांच करवाने के लिए उनके समेत सभी पीड़ित परिवार हाईकोर्ट की शरण में गए हैं और अपनी सुरक्षा की मांग भी की है। जिनके बच्चे ब्लास्ट में मर गए उनको कोई सुरक्षा नहीं दी गई, जबकि जो जिंदा बचा है, उसको जेड प्लस सुरक्षा दे दी गई है।
बात करने से बच रहे हैं जस्सी
कांग्रेस नेता हरमंदर सिंह जस्सी से संपर्क करने को बीते दोे दिनों से लगातार उनके मोबाइल नंबरों पर प्रयास किया जा रहा है, लेकिन उनके सभी मोबाइल बंद आ रहे हैं। इसके अलावा एक व्यक्ति के जरिये भी कांग्रेस नेता जस्सी का पक्ष जानना चाहा तो उनका कहना था कि वह इस मामले पर बात नहीं करना चाहते।