जेल में कैद राम रहीम ने एक ऐसी ख्वाहिश जाहिर की है, जो पूरी न हुई तो वह जी नहीं पाएगा। मां, बेटा और बेटी बाबा से मिलने आए तो वह भावुक हो गया। इस दौरान माहौल ऐसा हो गया कि मां की आंखें भी भर आईं।
दरअसल, सोमवार को राम रहीम से मिलने के लिए उसकी मां नसीब कौर, बेटा जसमीत, बेटी अमरप्रीत, दामाद साहनीमीत और उसके वकील सुनारिया जेल पहुंचे। सभी के बीच कुछ देर बातचीत हुई और उसके बाद सभी एक साथ निकल भी गए। सूत्रों के मुताबिक, राम रहीम पिछले एक सप्ताह से जेल अधिकारियों से अपने पोते-पोती से मिलाने की गुहार लगा रहा है।
बताते हैं 20 से अधिक बार वह जेलर से कह चुका है कि मेरे पोते-पोती की शक्ल दिखा दो वरना जी नहीं पाऊंगा। हालांकि, जेल अधिकारी नियमों का हवाला देते हुए हर बार पोते-पोती से मिलवाने की बात से इनकार कर देते हैं, लेकिन बाबा मानता ही नहीं। वैसे हफ्ते में दो बार पूरा परिवार बाबा से मिलने आता है, लेकिन पोता-पोती से मिलने की चाहत वह रखे हुए है।
गौरतलब है कि दो साध्वियों से दुष्कर्म में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सुनारिया जेल में 20 साल की सजा काट रहा है। राम रहीम को जेल में अलग बैरक में रखा गया है। अन्य बंदियों को भी राम रहीम से मिलने की अनुमति नहीं है। सूत्रों के अनुसार, कुछ दिन पूर्व जेल पहुंचे कारागार मंत्री कृष्ण लाल पंवार से भी राम रहीम ने जेल में अपने पोते-पोती से मिलवाने की गुहार लगाई थी।
दूसरी ओर, जेल में राम रहीम की सुरक्षा को और कड़ा किया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि जेल में बंद बाबा के पास कोई भी बिना चेकिंग के नहीं जा सकता। भले ही वो जेल के सुपरिटेंडेंट क्यों ना हो। इसको लेकर हरियाणा के जेल मंत्री कृष्ण लाल पंवार का कहना है कि मामला न्यायलय में है और जेल में बंद बंदी की सुरक्षा करना जेल विभाग की जिम्मेदारी है।