इंडियन आइडल-10 के फाइनलिस्टों में से 4 प्रतिभागी बुधवार को शहर पहुंचे। हरियाणा के 17 वर्षीय प्रतियोगी सलमान अली, मुम्बई की अवंति पटेल दिल्ली के विभोर पराशर और कोलकाता के सुमोयो चक्रवर्ती इंडियन आइडल-10 में अपनी आवाज का जादू बिखेर रहे हैं।
इंडियन आइडल की फाइनलिस्ट अवंति पटेल ने कहा कि उनके माता-पिता दोनों डॉक्टर हैं। इससे मुझ पर भी डॉक्टर बनाने का थोड़ा दबाव था, लेकिन मुझे संगीत क्षेत्र में नाम कमाना था तो मेरे माता-पिता ने मेरा पूरा साथ दिया। मैं 5 साल की उम्र से गाना सीख रही हूं।
गायन से ही मेरा घर चलता है : सलमान
हरियाणा के मेवात के रहने वाले 17 साल के सलमान अली ने कहा कि मेरे पिता, दादा और परदादा सभी गाते थे। सलमान के मुताबिक घर की जिम्मेदारियों की वजह से मैं पढ़ नहीं सका। मैं हरियाणा में होने वाले कई कार्यक्रमों में गाता हूं और इसी से मेरा घर चलता है।
संगीत की वजह से पढ़ाई भी छोड़ दी : विभोर
दिल्ली के रहने वाले विभोर ने बताया कि उन्हें संगीत में इतनी ज्यादा रूचि थी कि उन्होंने अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं की। वह सिर्फ 12वीं तक ही पढ़ाई की है। विभोर ने बताया कि उन्होंने दिल्ली में एक स्टूडियो खोला है, जहां दूसरे लोग भी रियाज और रिकॉर्डिग कर सकते हैं।
मां से सीखा म्यूजिक : सुमोयो
कोलकाता के रहने सुमोयो ने बताया की उनकी कई पीढिय़ां संगीत से जुड़ी हैं। उनकी मां भी बहुत अच्छी गायक हैं। उन्होंने गायकी मां से ही सीखी है। सुमोयो ने कहा कि इंडियन आइडल में आना किसी सपने सपने के सच होने के जैसा है।