शुक्रवार को प्रदेश में किसानों ने कर्ज माफी,
हरियाणा के किसान राष्ट्रीय किसान महासंघ के बैनर तले भारतीय किसान यूनियन की अगुवाई में अपनी मांगों को लेकर शुक्रवार को सड़कों पर उतरे। किसानों ने हुंकार भरते हुए केंद्र व प्रदेश सरकार को उनकी मांगों पर जल्द अमल करने का अल्टीमेटम दिया है। 19 जून को नई दिल्ली में देश के किसान संगठन राष्ट्रीय किसान महासंघ की अगुवाई में बैठक कर आंदोलन की अगली रणनीति तैयार करेंगे।
शुक्रवार को प्रदेश में किसानों ने कर्ज माफी, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, मंदसौर गोलीकांड के दोषियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने को लेकर हल्ला बोला। प्रदेश में अलग-अलग जगह नौ हाईवे जाम किए। इसके अलावा इनेलो और कांग्रेस ने भी किसान आंदोलन को राजनीतिक रंग देने की कोशिश की। जिला मुख्यालयों पर भी किसानों की मांगों को लेकर प्रदर्शन किए गए।
इनेलो सांसद और विधायक शनिवार को मंदसौर के लिए रवाना होंगे। उधर, किसानों के धरना-प्रदर्शन के दौरान गृह सचिव रामनिवास और डीजीपी बीएस संधू हर जिले के डीसी और एसपी के संपर्क में रहे।
इन हाईवे पर लगाया जाम
किसानों ने हक के लिए भरी हुंकार
वोटों की राजनीति कर रहे राजनीतिक दल : चढ़ूनी
भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा कि कांग्रेस और इनेलो वोटों की राजनीति कर रहे हैं। विपक्ष में रहते हुए भाजपा भी ऐसा ही करती रही। उस समय तो कपड़े उतारकर भाजपा नेता स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग करते थे, अब चुप्पी साधे हैं। कांग्रेस ने भी अपने शासनकाल में इसे लागू नहीं किया और 2007 से 2014 तक रिपोर्ट दबाए रखी। अब भाजपा भी उसी राहत पर चल रही है।
इन हाईवे पर लगाया जाम
. अंबाला में चंडीगढ़-दिल्ली हाईवे, सिरसा-डबवाली, नरवाना-बरवाला, हिसार से बरवाला, फतेहाबाद, जींद-हांसी रोड, पानीपत से रोहतक रोड, भिवानी, चरखी दादरी से दिल्ली।
शांतिपूर्ण रहा आंदोलन : संधू
डीजीपी बीएस संधू ने कहा कि किसान आंदोलन शंातिपूर्ण रहा। जहां-जहां राष्ट्रीय व राज्य राजमार्ग जाम किए गए, वहां यातायात पहले ही डायवर्ट कर दिया था।