श्री दरबार साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब में विदेशी गलीचे बिछाए गए। रविवार को श्री दरबार साहिब में परिक्रमा के साथ-साथ मुख्य प्रकाश स्थान, ऊपरी दोनों मंजिल और छोटी परिक्रमा में गलीचे बिछाए गए। इन्हें 10 हजार वर्ग फुट में बिछाया गया। इनका रंग गूढ़ा लाल है और इन्हें यूरोप में तैयार किया गया है। वहीं श्री अकाल तख्त साहिब में भी गलीचे बिछा दिए गए।
एसजीपीसी ने संगत को श्री गुरु गोबिंद सिंह के 350वें प्रकाश पर्व पर बड़ा तोहफा दिया है। एसजीपीसी के सचिव ने बताया कि बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए अब परिक्रमा और अरदास दोनों आसान होंगे। यहां स्पेशल लिफ्ट लगेगी और अलग ट्रैक में रिमोट से व्हील चेयर चलेगी, ताकि उन्हें कोई परेशानी न हो। केंद्रीय सिख अजायब घर को जाने के लिए घंटाघर चौंक में ही सीढ़ियों वाली लिफ्ट लगाई गई है। यह सीधे रिमोट से चलते हुए परिक्रमा स्थल तक पहुंच जाएगी।
इसके साथ ही आउटडोर पहली लिफ्ट भी शुरू कर दी गई है, जो श्रद्धालुओं को श्री दरबार साहिब में अरदास करने के लिए संगत की राह आसान कर दी है। श्री अकाल तख्त साहिब में सिंगापुर निवासी ठुकराल परिवार ने छह हजार वर्ग फुट डिजाइनर गलीचा संगतों के लिए बिछाया है। एसजीपीसी के सचिव दलजीत सिंह बेदी का कहना है कि श्री दरबार साहिब में हर साल देश-दुनिया से श्रद्धालु सेवा लेकर आते हैं। यह उनकी श्रद्धा है।