सबसे ज्यादा डिस्क-पब के बाहर नशे में हंगामा
शहर में जानलेवा हादसे और हंगामे की सबसे बड़ी वजह ड्रंक एंड ड्राइव रोकने के लिए डिस्कोथेक, नाइट क्लब और पब-बार के बाहर एल्कोमीटर लगाए जाएंगे। चंडीगढ़ के प्रशासक व पंजाब के गवर्नर वीपी सिंह बदनौर ने लॉ एंड आर्डर को लेकर बुलाई बैठक में यह अहम फैसला लिया।
प्रशासक ने यूटी प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश जारी कर इस फैसले को जल्द लागू करने के आदेश दिए हैं। डिस्कोथेक व नाइट क्लब मालिकों की जिम्मेदारी तय होगी कि वे क्लब व बार में आने वाले ग्राहकों की पार्टी से निकलने के बाद चेकिंग करवाने में सहयोग करें।
सबसे ज्यादा डिस्क-पब के बाहर नशे में हंगामा
यूटी पुलिस रिकार्ड के अनुसार सबसे ज्यादा हंगामा डिस्क-पब के बाहर शराब के नशे में युवक- युवतियां करती है। इसके अलावा ड्रंक एंड ड्राइव नाकों पर पुलिसकर्मियों से शराबी ड्राइवर आंकड़ों के अनुसार हर पांचवें दिन मारपीट कर वर्दी फाड़ते हैं। देर रात होने वाले दर्दनाक सड़क हादसों में भी ज्यादातर शराबी चालक जिम्मेवार होते हैं। चंडीगढ़ में पिछले डेढ़ सालों के अंदर 2307 शराबियों ने सार्वजनिक स्थान पर हंगामा मचाया है।
गवर्नर साहब! यह एक बड़ा सवाल?
डीसी व डीजीपी के नेतृत्व में होगी कार्रवाई
प्रशासक ने इस आर्डर में व्यवस्था और चेकिंग अभियान के नेतृत्व की जिम्मेवारी डीसी अजीत बालाजी जोशी और डीजीपी तेजिंदर सिंह लूथरा को सौंपी है। कार्रवाई के दौरान दोनों अधिकारी खुद चेकिंग करेंगे।
6 महीने में ड्रंक एंड ड्राइव के 1827 चालान
यूटी पुलिस ने ड्रंक एंड ड्राइव नाकों पर जनवरी से जून 2017 तक 1827 चालान किए हैं। इसमें पेनाल्टी के अलावा गाड़ी भी इम्पाउंड कर लिया जाता हैं। इसमें जनवरी-322,फरवरी-301,मार्च-345,अप्रैल-147,मई-168 और जून में 534 ड्रंक एंड ड्राइव के चालान कर गाड़ियां इम्पाउंड की गई हैं।
गवर्नर साहब! यह एक बड़ा सवाल?
यूटी पुलिस द्वारा लगाए एल्कोमीटर में शराब के नशे की मात्रा उजागर होती है। जबकि चंडीगढ़ में ड्रग्स इंजेक्शन, हेरोइन, चरस जैसे नशे का काफी चलन है। अब सबसे बड़ा सवाल सामने आता है कि यूटी पुलिस इन नशे के सेवन करने वालों को कैसी पकड़ेगी? यूटी पुलिस की अलग-अलग थाना पुलिस व क्राइम ब्रांच टीम ने पिछले एक सालों में सैकड़ों नशा सप्लायर को गिरफ्तार करके ऐसे नशीले पदार्थ बरामद किए हैं।