सभी डैम खाली हो रहे, अब तो बरसात का इंतजार करे सुखना
गर्मी के कारण सूखते बांध और पानी की कमी को देखते हुए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने बुधवार को कहा कि अब बारिश का इंतजार हो। हाईकोर्ट ने कहा कि फिलहाल न तो डैम में पानी है और न ही अभी कोई ठोस व्यवस्था है, जिससे किसी अन्य माध्यम से लंबी दूरी तय करवा पानी सुखना में लाया जा सके। ऐसे में अब बरसात ही सुखना को राहत दे सकती है। हालांकि, हाईकोर्ट ने प्रशासन को आदेश दिए कि वह एक अथॉरिटी बनाए, जो सुखना को समर्पित हो और इसमें पानी की कमी न हो। इसके लिए शार्ट टर्म और लॉंग टर्म योजना बनाकर कोर्ट को सौंपे।
मामले की सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट में एमिकस क्यूरी तनु बेदी ने बहस आरंभ की। बेदी ने कहा कि सुखना पर स्ट्रे डॉग्स मामले में पिछली सुनवाई पर जो एसएलपी की कॉपी सौंपी गई थी, वह मेन केस नहीं बल्कि अन्य केस था। हाईकोर्ट ने इस पर कहा कि अभी सुखना के सामने सबसे बड़ी समस्या पानी की है और फिलहाल हम पानी पर ही फोकस रहेंगे।
इस दौरान हाईकोर्ट ने प्रशासन से पूछा कि अभी तक क्या कदम उठाए गए हैं, जिस पर प्रशासन ने बताया कि जो सुझाव आए हैं, उन पर गंभीरता से विचार किया जा रहा है। इस दौरान कोर्ट मित्र ने कहा कि सुखना को ट्रीटेड वाटर से भरा जा सकता है। विश्व के कई ऐसे देश हैं, जहां पर ट्रीटेड वाटर का इस्तेमाल अधिकतर जरूरतों को पूरा करने के लिए किया जाता है। इस पर हाईकोर्ट ने कहा कि सुझाव कई हैं, लेकिन सुखना के लिए बेहतर सुझाव का चयन सभी कसौटियों पर खरा उतरने के बाद ही होगा।