देश के सबसे खूबसूरत शहरों में से एक चंडीगढ़ में जहरीली प्रजाति का खतरा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। रिहायशी इलाकों से लेकर जंगली क्षेत्रों तक में सांप निकलने की शिकायतें लगातार वाइल्ड लाइफ टीम को मिल रही हैं। खास बात यह है कि इन सांपों में कोबरा जैसे खतरनाक सांप भी शामिल हैं। इस सीजन में वाइल्ड लाइफ टीम ने शिकायतों के आधार पर विभिन्न प्रजाति के 119 सांप पकड़े हैं। टीम को विभिन्न जंगली जानवरों को लेकर इस सीजन में कुल 1614 शिकायतें प्राप्त हुईं थीं, जिनमें 326 जानवरों को टीम की ओर से पकड़ा गया।
सिटी ब्यूटीफुल में सांपों का खतरा लगतार बढ़ने की सबसे बड़ी वजह यहां वन क्षेत्र का अधिक होना है। वाइल्ड लाइफ टीम को इस सीजन में सांप निकलने की 283 शिकायतें मिलीं, जिस पर टीम ने त्वरित एक्शन लेते हुए 119 विभिन्न प्रजाति के सांप पकड़े। पकड़े गए सांपों में कोबरा सहित कई जहरीले प्रजाति के सांप भी मिले।
बंदरों से संबंधित शिकायतें सबसे अधिक
वाइल्ड लाइफ टीम के सदस्यों से मिली जानकारी के मुताबिक इस सीजन में सबसे अधिक 1121 शिकायतें बंदरों से संबंधित मिलीं। इनमें सभी शिकायतों को अटेंड किया गया। बंदरों को पकड़ने के लिए चलाए गए रेस्क्यू में 93 बंदर पकड़े गए। वहीं, नीलगाय संबंधी 26 शिकायतों में 12 नीलगायों को पकड़ा गया। इसके अलावा विभिन्न प्रकार के जानवरों की 172 शिकायतें वाइल्ड लाइफ टीम को मिलीं, जिनमें 94 सही पाई गईं।
बारिश के मौसम में निकलते हैं सर्प
सर्प विशेषज्ञों के अनुसार सिटी में रसल वाइपर, करैत, कोबरा व वाइपर जैसी जहरीली प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं। दरअसल, गर्मी के मौसम में ऊष्मा से बचने के लिए अधिकतर सांप जमीन के अंदर बिलों में चले जाते हैं। बारिश के मौसम में बिलों में पानी भर जाता है, जिस कारण सांप बिल से बाहर निकल आते हैं।