चंडीगढ़ का पहला स्पोर्ट्स इंजरी सैंटर सैक्टर-32ए में बनेगा। भारत सरकार से अप्रूवल मिलने के बाद चंडीगढ़ प्रशासन ने इस प्रोजैक्ट पर काम शुरू कर दिया है। सैंटर की कंस्ट्रक्शन के लिए करीब 32 करोड़ रुपए का एस्टीमेट तैयार कर दिया है व साथ प्रशासन ने सैंटर निर्माण के लिए टैंडर भी जारी कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक दिल्ली के सफदरगंज स्पोर्ट्स इंजरी सैंटर के बाद यह नॉर्थ रीजन का दूसरा स्पोर्ट्स इंजरी सैंटर होगा। पिछले साल प्रशासन ने इस प्रोजैक्ट की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की थी। प्रशासक से अप्रूवल के बाद रिपोर्ट अप्रूवल के लिए भारत सरकार को भेज दी थी। सैंटर 1.4 एकड़ जमीन पर बनेगा, जिसके लिए प्रशासन ने पहले ही मंजूरी दे दी है।
गवर्नमैंट मैडीकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल-32 की सराय बिल्डिंग के पास की जमीन इस प्रोजैक्ट के लिए चुनी गई है। सूत्रों की मानें तो सैंटर बनाने में करीब 150 करोड़ रुपए खर्च होंगे। प्रशासन की प्लानिंग है कि इस सैंटर में सभी अत्याधुनिक सुविधाएं दी जाएं, जिसकी चर्चा भी रिपोर्ट में की गई है।
ये सुविधाएं मिलेंगी :
सैंटर में ऑपरेशन थिएटर के साथ कार्डियोवस्कुलर डायगनोस्टिक, हाईड्रोथेरेपी, सजर्री और रीहेबिलिटेशन की सुविधांए भी मौजूद होंगी। नया सैंटर खुलने से दिल्ली के स्पोर्ट्स इंजरी सैंटर पर भी प्रैशर कम हो जाएगा जहां अभी तक नॉर्थ रीजन के सभी चोटिल खिलाड़ी इलाज करवाने जाते हैं।
नॉर्थ रीजन को भी मिलेगा फायदा :
इस सैंटर के बनने से सबसे अधिक फायदा नॉर्थ रीजन के खिलाडिय़ों को होगा। जानकारों की मानें तो कई ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें सही ट्रीटमैंट न मिलने से उनका करियर ही खत्म हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इंजरी कई तरह की होती हैं।
ऐसे में इंजरी को ठीक करने के लिए खिलाडिय़ों को काफी ट्रैवल करना पड़ता है। हालांकि इब सभी इंजरी का इलाज एक ही छत के नीचे हो जाएगा। सैंटर में खिलाडिय़ों को सी.टी. स्कैन, एम.आर.आई. से लेकर सभी टैस्ट की सुविधा यहां मिलेगी।