सैक्टर-45 और बुड़ैल में स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ रही है। चंडीगढ़ नगर निगम स्वच्छता को लेकर बड़े-बड़े दावे तो करता है लेकिन उसके इन दावों की यहां आकर पोल खुल जाती है। स्थानीय लोग सैनीटेशन की समस्या से यहां पर इतने परेशान हैं कि निरंतर निगम को इस संबंध में शिकायतें दर्ज करवाते रहते हैं लेकिन बावजूद इसके उनकी इन समस्याओं का कोई समाधान नहीं होता है।
वार्ड नंबर 14 के अंदर सैक्टर-45 और गांव बुड़ैल का एरिया आता है। यहां पर अन्य समस्याओं का तो लोगों का सामना करना ही पड़ रहा है लेकिन सबसे बड़ी समस्या यहां पर सफाई की बनी हुई है। लोगों का आरोप है कि 50 कर्मचारी पूरे वार्ड के लिए बहुत है लेकिन बावजूद इसके अगर यहां पर सफाई नहीं होती है तो ये निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है।
इस संबंध में स्थानीय रैजीडैंट वैल्फेयर फैडरेशन के महासचिव हरबंश गर्ग ने बताया कि निगम यहां पर जितने कर्मचारी होने का दावा कर रहा है, वास्तव में उतने कर्मचारी काम पर नहीं होते हैं। ये सिर्फ कागजों में ही दिखाई देते हैं। यही कारण है कि यहां पर लोगों को सबसे ज्यादा समस्या का सामना करना पड़ता है। कर्मचारी फील्ड में दिखाई नहीं देते हैं।
यही प्रमुख कारण है कि कई-कई दिनों तक कूड़ा नहीं उठ पाता है। उन्होंने सैक्टर-45 कम्युनिटी सैंटर के पास और बुड़ैल कार मार्कीट के पास हमेशा कचरे के ढेर लगे रहते हैं। निगम को शिकायत दे चुके हैं, लेकिन बावजूद इसके यहां से कचरा नहीं उठ रहा है।